आज सोयाबीन का भाव 2023 – मंडी में आज सोयाबीन क्या भाव है Today Soybean ka Bhav – (08 May 2023)

भारत में सोयाबीन की खेती राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार इन सभी जगहों पर होती है। इसके अलावा मध्यप्रदेश में पूरे देश का 40 से 45%सोयाबीन  का उत्पादन किया जाता है और सोयाबीन का रिसर्च सेंटर भी मध्यप्रदेश में है। 

भारत में अब उच्च तकनीक के साथ उन्नत किस्म की खेती की जा रही है इसमें अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे पैदावार क्षमता में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।

इस साल सोयाबीन की फसल काफी अच्छी हुई है और मंडी के जानकार और किसानों का कहना है कि इस वर्ष के सोयाबीन के मूल्य  काफी ऊपर तक जाएंगे क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के तेल के दाम बढ़े हुए हैं। 

इसके साथ ही साथ भारत से सोयाबीन का तेल, तिल का तेल और बादाम का तेल निर्यात किया जाता है अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए जिस कारण से अब सोयाबीन  का बाजार धीरे-धीरे काफी बड़ा हो चुका है।

सोयाबीन के बीज से केवल तेल ही नहीं निकाला जाता बल्कि अब उससे  एक से एक नए खाद्य पदार्थ निर्मित किया जा रहा है। अब लोग वेजिटेरियन से वीगन हो रहे हैं जिसमें लोगअब गाय के दूध की बजाय सोया मिल्क को प्राथमिकता दे रहे हैं।

इन सबके अलावा सोयाबीन में भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शाकाहारी लोगों के लिए पसंदीदा व्यंजन है आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि भारत के कुछ मंडियों में अभी सोयाबीन का भाव क्या है।

इसके अलावा हम जानेंगे कि सोयाबीन से  कौन कौन से खाद्य पदार्थ निर्मित होते हैं और सोयाबीन  में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं तो चलिए जानते है ।

भारत में फसलों को दो प्रकार से बांटा गया है खरीफ की फसल और रवि की फसल इसमें से सोयाबीन खरीफ फसल के अंतर्गत आता है खरीफ फसल में सोयाबीन के अलावा ज्वार, बाजरा, उड़द, जूट, कपास, मूंगफली, तुवर दाल इत्यादि फसल का उत्पादन होता है। 

सरकार द्वारा कुछ फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है जिसके अंतर्गत इस बार सोयाबीन की फसल पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया गया है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाने के बाद किसानों को कम से कम अपना फसल बेचने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है अच्छी गुणवत्ता वाली फसल के मुंह मांगे दाम किसानों को व्यापारियों द्वारा मिल जाते हैं जबकि कम गुणवत्ता वाली फसलें बहुत ही कम भाव से बेची जाती है।

जिससे किसानों को नुकसान होता है। इसलिए सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य या  सरकारी दाम लगाया जाता है कुछ फसलों पर ताकि व्यापारी उस मूल्य से नीचे जाकर के किसानों की फसल को ना खरीद सकें।

न्यूनतम समर्थन मूल्य

इस वर्ष सोयाबीन के भाव बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं अभी सोयाबीन का भाव कुछ मंडियों में 4000 से शुरू होकर के 7000 रुपए प्रति क्विंटल पर टिके हुए हैं।

लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के तेल के मूल्य में उछाल देखने को मिल रहा है अभी कुछ ही महीनों पहले सोयाबीन का भाव 130 से 140 रुपए प्रति लीटर पर था जबकि अब सोयाबीन के तेल का भाव प्रति लीटर 180 रुपए प्रति लीटर हो गया है।

इन सब बातों का ध्यान रखते हुए सरकार द्वारा इस बार सोयाबीन के फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 3950 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है ।

कुछ मंडियों में सोयाबीन का मूल्य 

कृषि उपज मंडियान्यूनतम भावअधिकतम भाव
उज्जैन मंडी41957690
रतलाम मंडी51807730
हरदा मंडी45157790
विदिशा मंडी43957700
अमरावती मंडी48957050
महाराष्ट्र- जालना मंडी40807300
बारा मंडी50957630
करंजा मंडी-महाराष्ट्र36657090
जावरा मंडी34507650
इंदौर मंडी50157700
बासवारा मंडी51407580
मंदसौर मंडी40857720
गुजरात राजकोट मंडी44207380
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी45805900
कोटा मंडी48557600
मांलगढ़-राजस्थान मंडी50157630
बिहार बेगूसराय मंडी40004290
टोंक मंडी60257640
प्रतापगढ़ मंडी73457660
किशनगंज मंडी51706940

सोयाबीन में प्रोटीन

सोयाबीन में भारी मात्रा में विटामिन B12, अमीनो अम्ल, मिनरल, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन इत्यादि पाए जाते हैं सोयाबीन में  रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अधिक होती है।

अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो आपको अपने डाइट में रोजाना सोयाबीन का इस्तेमाल करना होगा। सोयाबीन के नियमित इस्तेमाल से हार्ट पेशेंट को भी काफी आराम मिलता है।

इसके साथ ही सोयाबीन  में भारी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हमारे हड्डियों के लिए काफी लाभदायक होता है।

सोयाबीन  गर्भवती महिलाओं के लिए काफी लाभदायक होता है बच्चे और माता दोनों के लिए अच्छा रहता है। मधुमेह के रोगियों के लिए भी सोयाबीन काफी अच्छा होता है नियमित रूप से अगर आप इसका सेवन करते हैं तो आपका शूगर कंट्रोल में रहता है।

सोयाबीन में आयरन भी पाया जाता है जो एनीमिया जैसे रोगों से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान करता है।

सोयाबीन का बाजार

जैसे की हम सब जानते हैं कि आजकल पैकेट फूड का उपयोग भारी मात्रा में लोग करते हैं। इसी तरह सोयाबीन का तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए प्रोडक्ट से सोयाबीन की बड़ी, चाप, सोया चिल्ली सॉस, चॉकलेट, कुकी, सोयाबीन का आटा, सॉस, छोटे बच्चों के लिए पोस्टिक आहार ,प्रोटीन पाउडर, हेल्थ ड्रिंक, सोया नगेट्स यह सब बाजार में उपलब्ध है।

जिसे हर आयु वर्ग के लोग काफी पसंद करते हैं। इसके अलावा आपको बाजार में सभी जगहों पर सोयाबीन के एक से एक व्यंजन जैसे सोयाबीन की बिरयानी, रोल, पिज़्ज़ा, पास्ता, कॉन्टिनेंटल, चाइनीस इन सभी डिसेस  में आसानी से सोयाबीन का इस्तेमाल किया जाता है। 

इसके अलावा सोयाबीन का तेल जो हम सभी के घर में उपयोग किया जाता है इसके साथ ही साथ बड़े-बड़े दुकान रेस्टोरेंट और होटलों में भी सोयाबीन का तेल इस्तेमाल किया जाता है।

निष्कर्ष

हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको भारत के कुछ मंडियों में अभी सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है इसकी जानकारी प्रदान की है।

इसके साथ ही साथ सोयाबीन से जुड़े हुए कुछ रोचक तथ्यों के बारे में भी बताया है हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अब तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

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