सोयाबीन का भाव 2023: सोयाबीन की फसलें मंडियों में आने के साथ ही साथ सरकार द्वारा सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू कर दिया गया है जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने में आसानी हो और निम्न गुणवत्ता वाले फसल को भी अच्छे मूल्य की प्राप्ति हो।
भारत में कुछ वर्षों से सोयाबीन की उच्च तकनीक एवं उन्नत किस्म की बीजो द्वारा खेती की जा रही है जिससे पिछले कुछ वर्षों से पैदावार काफी अच्छी हो रही है।
एवं किसानों और व्यापारियों को अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है। इस बार भी पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अच्छी पैदावार हुई है।
जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्यान्न तेल के मूल्यों में बढ़ोतरी देखी जा रही है किसानों को लगता है कि उन्हें इस बार सोयाबीन की फसल के अच्छे दाम प्राप्त होंगे।
भारत में सोयाबीन की खेती बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र इन सभी राज्य में की जाती है।
महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश में पूरे देश के उत्पादन का लगभग 40% सोयाबीन उत्पादित किया जाता है।
भारी मात्रा में पौष्टिक तत्वों से भरपूर होने के कारण सोयाबीन का बाजार काफी बड़ा है । सोयाबीन के तेल की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी बहुत अधिक है।
जिसके कारण इसके दाम सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार से जुड़े हुए हैं। आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से बात करेंगे कि अभी भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है।
इसके साथ ही साथ हम जानेंगे सोयाबीन से जुड़ी कुछ रोचक बातें तो चलिए जानते हैं।
मंडी में मूल्य
अगर भारत के कुछ प्रमुख मंडियों के बारे में बात करें तो अभी मंदसौर मंडी में सोयाबीन का न्यूनतम मूल्य जहां 4580 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से उपलब्ध है।
वहीं अधिकतम मूल्य 7720 रुपए प्रति क्विंटल पर है। अभी आपको हर मंडी में लगभग 4000 से शुरू होकर के 9000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच सोयाबीन के भाव दिखाई देंगे।
बिहार के बेगूसराय मंडी में अभी 4000 से शुरू होकर के 4290 रुपए प्रति क्विंटल पर सोयाबीन उपलब्ध है।
अच्छी गुणवत्ता वाले सोयाबीन के मूल्य बाजार में किसानों को सही मिल जाते हैं क्योंकि व्यापारी अक्सर अच्छी फसल की तलाश में रहते हैं और जैसे ही उन्हें अच्छी फसल दिखाई दी वह ज्यादा मोल भाव किए बिना ही फसल को लेते हैं।
वहीं जिन फसलों की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है उनको अच्छे मूल्य नहीं मिल पाते है।
कुछ किसानों ने अभी अपना सोयाबीन के फसल को स्टॉक करके रखा है कि जैसे ही मंडी में मूल्य में कुछ वृद्धि दिखाई देगी वह अपना माल निकाल लेंगे ताकि उन्हें ज्यादा फायदा मिले।
न्यूनतम समर्थन मूल्य
सरकार द्वारा जारी किया गया न्यूनतम समर्थन मूल्य बहुत कारणों से किसानों के लिए काफी लाभप्रद है।
अगर किसान के पास अच्छी गुणवत्ता वाली फसल नहीं है तो वह आसानी से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जा करके अपनी फसल बेच सकते हैं।
बहुत जगह पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को सरकारी रेट भी कहा जाता है। इसके अलावा अगर आपको अपनी फसल के अच्छे मूल्य की प्राप्ति हो रही तो आप अपना माल आसानी से बेच सकते हैं।
लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे जाकर के आप अपना माल नहीं दे सकते हैं इस वर्ष सरकार ने सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लगभग 3950 रुपए प्रति क्विंटल रखा है।
लेकिन बहुत से किसान भाइयों को यह लग रहा है कि जिस प्रकार से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की डिमांड बढ़ती ही जा रही है।
सोयाबीन की फसल के मूल्य उन्हेंअच्छे प्राप्त होंगे। हम नीचे भारत के कुछ मंडियों में भी सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है इसकी जानकारी अपने किसान भाइयों को देंगे।
कुछ मंडियों में सोयाबीन का मूल्य
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
महाराष्ट्र- जालना मंडी | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी-महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बिहार बेगूसराय मंडी | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |
सोयाबीन का बाजार
सोयाबीन का बाजार काफी बड़ा है। सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए भूसे से विभिन्न प्रकार के व्यंजन निर्मित किए जाते हैं।
इसके साथ ही साथ बड़ी-बड़ी कंपनियां पैकेट फूड्स का निर्माण करती है जो बच्चे एवं बड़े काफी पसंद करते हैं जैसे सोयाबीन बड़ी जिसके बारे में तो हम सभी जानते हैं यह हमारे घरों में काफी बार बनी भी होगी।
इसके अलावा हेल्थ ड्रिंक, कुकीज, सोयाबीन की चॉकलेट, सोयाबीन के बेबी फूड और अब तो मार्केट में सोयाबीन मिल्क भी काफी डिमांड में है लोग अब गाय के दूध के अलावा सोयाबीन मिल्क का उपयोग ज्यादा करने लगे हैं।
सोयाबीन के बीज से निकलने वाले तेल का इस्तेमाल हर छोटे-बड़े रेस्टोरेंट्स फूड स्टॉल और होटल,ठेले क्लाउड किचन इन सभी जगहों पर किया जाता है। इसके साथ ही साथ हमारे घर में भी सोयाबीन का तेल इस्तेमाल किया जाता है।
सोयाबीन में पोषक तत्व
सोयाबीन में काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर एवं स्वास्थ्य दोनों के लिए काफी लाभकारी हैं सोयाबीन में अमीनो अम्ल, फाइबर, सपोनिन, विटामिन बी कॉन्प्लेक्स, थायमिन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, राइबोफ्लेविन यह सारे विटामिन पाए जाते हैं।
सोयाबीन हमारे हड्डियों एवं आंख के लिए काफी लाभप्रद होता है क्योंकि इसमें भारी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।
सोयाबीन का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है। सोयाबीन मधुमेह रोगियों के लिए काफी लाभदायक है यह मधुमेह को नियंत्रित रखता है।
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी किसान भाइयों को भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में सोयाबीन का मूल्य अभी क्या चल रहा है इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही साथ सोयाबीन मैं कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं और सोयाबीन का नियमित इस्तेमाल करने से आपको क्या लाभ प्रदान होगा इसके बारे में भी चर्चा की है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।