Milk New Rate Today: जानिए क्यूँ बढ़े दूध के दाम

बढ़ती महंगाई ने हर किसी को परेशान कर रखा है। रोजमर्रा की जरूरतों की चीज़े खासकर रसोई की हर चीज़ महँगी होती जा रही है। अब एक और सामने आई है की दूध के दाम में बढ़ोतरी की गई है।

अगर आप भी चाय, कॉफी या दूध पीने के दीवाने हैं तो आज की हमारी यह खबर शायद आपको कुछ अच्छी नहीं लगे, क्योंकि अब आपको अपनी मनपसंद चाय, कॉफी या दूध के लिए थोड़े अधिक पैसे खर्च करने पड़गे।

सर्दियों का मौसम आ गया है और सर्दियों में अगर कोई चीज है जो सभी को सबसे ज्यादा पसंद आती है और जिस चीज की डिमांड घर में हर 1 घंटे में होती है तो वह है चाय या कॉफी।

ठंड में चाय और कॉफी ही है जिसे पीकर थोड़ी राहत मिलती है। लेकिन हो सकता है कि इस बार ठंड में आपको अपनी मन पसंद चीज थोड़ी कम करनी पड़ जाए। 

दरअसल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है जिसके बारे में हमने निचे विस्तार से बताया है।

वैसे तो आजकल की महंगाई में हर छोटी से बड़ी चीजों के दाम बस बढ़ते ही चले जा रहे हैं। जिसमें अब दूध भी शामिल हो गया है।    

गैस सिलेंडर से लेकर राशन तक रसोई घर में इस्तेमाल होने वाली कोई भी चीज अब सस्ती नहीं रह गई है। 

हर दूसरे दिन रसोई में इस्तेमाल होने वाली किसी न किसी चीज के मूल्य बढ़ते हीं रहते हैं। वहीं अब खबर आई है की दूध की कीमतों में भी काफी ज्यादा इजा़फा हो गया है।

दूध का इस्तेमाल तो हर घर में होता है और ठंड के दिनों में तो इसकी जरूरत और भी ज्यादा बढ़ जाती है।

कभी चाय कभी कॉफी तो कभी दूध सब लोगों को अलग-अलग तरीके से इसका इस्तेमाल करना पसंद होता है।

दूध की कीमतों में अचानक से आई यह बढ़ोतरी लोगों को परेशान कर सकती है। 

क्यों आई है दूध की कीमतों में बढ़ोतरी?

जैसा कि आप लोग देख रहे हैं कि किस तरह हर छोटी से छोटी चीज महंगी होती जा रही है। ज्यादातर खाने पीने की चीजों में महंगाई कम होने का नाम ही नहीं ले रही।

ठीक उसी तरह जानवरों के चारे की कीमत भी लगातार बढ़ती जा रही है जिस कारण दूध कंपनियों के मालिकों के सामने दूध के दाम बढ़ाने के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं बच गया है। इसी कारणवश सभी दूध की कंपनियों ने अपने दूध के मूल्य में बढ़ोतरी कर दी है।

कितने रुपए की बढ़ोतरी हुई है दूध के मूल्य में?

अगर बात करें अमूल कंपनी के दूध की तो इन्होंने अपनी दूध की कीमतों में पूरे ₹2 का इज़ाफ़ा किया है। यानी कि अब आपको 1 लीटर दूध पर ₹2 ज्यादा अपनी जेब से खर्च करने पड़ेंगे।

इसी प्रकार अगर बात की जाए मदर डेयरी दूध की तो उन्होंने भी अपने दूध के मूल्यों में पूरे ₹2 की बढ़ोतरी की है।

अगर शुरुआत से देखा जाए तो इस साल में अभी तक दूध कंपनियों ने अपने दूध के मूल्य में तीन बार बढ़ोतरी की है।

हर बार यह बढ़ोतरी ₹2 की थी तो इस तरह इस साल इन सभी कंपनियों ने दूध के दामों में पूरे ₹6 की बढ़ोतरी की है।

सबसे पहली बार जब अमूल दूध की कंपनी ने अपने दूध में ₹2 की बढ़ोतरी की थी तब उनसे इसमें बढ़ोतरी करने का कारण पूछा गया था तो उन्होंने बताया कि कीमतों में बढ़ोतरी प्रोडक्शन कॉस्ट में बढ़ोतरी के कारण हुई है। 

दूसरी बार जब उनसे कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है कि अब ट्रांसपोर्टेशन का चार्ज बहुत ही ज्यादा हो गया है। यही कारण है कि दूध की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी हो गई है।

अब जब तीसरी बार उन्होंने फिर से कीमतों में बढ़ोतरी की है तो उनका कहना है कि पशुओं का चारा काफी महंगा हो गया है।

उन्होंने कहा कि 2021 की तुलना में 2022 में देखा जाए तो पशु चारा की कीमत 20% बढ़ गई है।

दूध के मूल्य में यह बढ़ोतरी 3 दिसंबर दिन शनिवार को हुई थी। अमूल दूध बनाने वाली कंपनी ने इसकी जानकारी शनिवार को हीं दे दी थी कि दूध के मूल्यों में ₹2 की बढ़ोतरी की गई है। 

इसका मतलब है कि जिस 1 लीटर दूध के लिए पहले आपको ₹61 देने पड़ते थे। अब वहीं आपको 1 लीटर दूध के लिए ₹63 देने होंगे। 

फुल क्रीम दूध और भैंस के दूध दोनों के मूल्य में हीं ₹2 की बढ़ोतरी की गई है। यानी कि अब आपको दोनों प्रकार के दूध के लिए ₹2 ज्यादा देने होंगे।

मदर डेयरी कंपनी ने भी अपने फुल क्रीम दूध के कीमतों में ₹2 का इज़ाफ़ा किया है। यानी कि अब आपको इस कंपनी का 1 लीटर दूध लेने के लिए ₹61 नहीं बल्कि पूरे ₹63 देने होंगे।

इसी प्रकार इस दूध की कंपनी ने अपने गाय के दूध के मूल्यों में भी ₹2 का इज़ाफ़ा किया है। पहले जो 1 लीटर गाय का दूध आपको ₹53 में मिलता था। अब उसके लिए आपको ₹55 देने होंगे।   

पशुओं का चारा अब नहीं रहा सस्ता

पशु चारा की बढ़ती कीमतों का असर केवल दूध कंपनियों पर ही नहीं पड़ा है। इसके साथ साथ उन सभी किसान और मवेशी पालको पर भी पड़ा है। जिनकी रोजी-रोटी उन्हीं पशुओं के द्वारा चलती है। 

उनके सामने भी इन बढ़ती कीमतों के कारण समस्या आ खड़ी हुई है। दूध की लगातार बढ़ती मांग की वजह से पशुओं की आबादी में भी दिन-ब-दिन बढ़ोतरी होती जा रही है।

जिस कारण उन्हें खिलाने के लिए जो चारा है। उसकी मात्रा कम होती जा रही है जिस कारण चारा महंगा होता जा रहा है।

पहले के समय में जो भूसा लोगों को मुफ्त में अपने जानवरों को खिलाने के लिए मिलता था। अब उसके लिए भी उन्हें पैसे देने पड़ रहे हैं। 

जैसे कि धान का पुआल, गेहूं का भूसा यह सभी चीजें किसानों को बड़े आराम से मुफ्त में मिल जाया करती थी जिससे वे अपने मवेशियों का पेट भर लेते थे। 

मगर अब बात कुछ और ही है। अब अगर आपको धान का पुआल चाहिए तो आपको 1 क्विंटल धान के पुआल के लिए पूरे ₹500 देने होंगे।

इसके अलावा गेहूं का भूसा आपको 1300 से 1400 तक में 1 क्विंटल खरीदना पड़ता है। जो किसानों को काफी महंगा पड़ रहा है। 

वहीं दूसरी और अगर बात करें हरे चारे की तो हरा चारा तो वह पशुओं को ना के मुकाबले मिलता है। 

पशुओं का पेट भले हीं सूखा चारा खा कर भरता हो लेकिन पशुओं के विकास के लिए उन्हें सूखे चारे के साथ-साथ हरा चारा और राशन देने की भी आवश्यकता होती है तब जाकर वे उचित मात्रा में दूध देने के लिए सक्षम होते हैं। और उन में कार्य करने की भी क्षमता आती है

किसानों के पास अपनी इतनी जमीन तो होती नहीं है की वह अपनी खेती करने के साथ-साथ मवेशियों के लिए हरा चारा भी उगा सके। जिसके कारण उन्हें मवेशियों के चारे को लेकर कई कठिनाइयां झेलनी पड़ती है।

निष्कर्ष

आज के अपने अनुच्छेद में हमने आपको दूध के बढ़ते मूल्यों के बारे में जानकारी दी साथ ही साथ किस प्रकार मवेशी पालको के सामने उनके चारे को लेकर जो परेशानियां आ रही है उसके बारे में भी अवगत कराया।

हमें उम्मीद है कि आपको हमारा आज का अनुच्छेद पसंद आया होगा। अपना कीमती समय देकर हमारे अनुच्छेद को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद!

अब मिलते हैं आपसे अपने अगले अनुच्छेद में तब तक के लिए अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें नमस्कार!

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