सोयाबीन भारत में महत्वपूर्ण तिलहन फसल के रूप में परिचित है। यह खासतर सुगंधित जलवायु में (खरीफ ऋतु) देश के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में बोया जाता है। मुख्य रूप से सोयाबीन की खेती करने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
सोयाबीन एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है, जिसका उपयोग तेल और खाद्य दोनों में किया जाता है। सोयाबीन के बीजों से निकले तेल का उपयोग खाना बनाने, स्नेहन करने, साबुन बनाने, सौंदर्य उत्पादों और दवाओं के निर्माण में किया जाता है। सोयाबीन प्रोटीन के स्रोत के रूप में पशुओं के चारा में भी उपयोग होती है, और इसके अलावा टोफू, सोया दूध और सोया सॉस जैसे खाद्य उत्पादों के निर्माण में भी इसका उपयोग होता है।
भारत में सोयाबीन की पैदावार वार्षिक आवश्यकताओं के आधार पर 800 से 1200 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तक भिन्न होती है। सरकार सोयाबीन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को सब्सिडी और प्रोत्साहन प्रदान करती है। हालांकि, सोयाबीन की खेती में कीट और रोग प्रबंधन, और बाजार में उतार-चढ़ाव जैसी कुछ चुनौतियों का सामना करती है।
भारत में उत्पादन
सोयाबीन की उत्पादन भारत में कई राज्यों में किया जाता है, जैसे कि राजस्थान, महाराष्ट्र, और मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश में सोयाबीन की उन्नत किस्मों की खेती की जाती है, जिससे अच्छी पैदावार होती है।
इसके साथ ही, मध्य प्रदेश में सोयाबीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक रिसर्च सेंटर भी है, जहाँ नए-नए उन्नत तकनीकों का विकास किया जाता है, ताकि उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके।
इसके अलावा, ब्राज़िल और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी सोयाबीन की उत्पादन की जाती है और वहां के लोग भी सोयाबीन से बने उत्पादों का आनंद लेते हैं। सोयाबीन में मीट, मछली, और अंडे जैसे प्रोटीन के स्रोत होते हैं, और यह शाकाहारी व्यक्तियों के लिए भी फायदेमंद होता है जिनकी डाइट में मांस नहीं होता।
सोयाबीन से खाद्य पदार्थ
आजकल बाजार में पैकेट फूड की महत्वपूर्णता बढ़ गई है, जिसमें विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ पैकेट में और फ्रोजन फूड के रूप में बेचे जाते हैं।
यह सुविधा लोगों को तत्कालिक तैयार खाना प्राप्त करने में मदद करती है, जहाँ वे 5 मिनट के भीतर उन्हें गरम करके खा सकते हैं। सोयाबीन से भी अनेक प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं, जो इस तरह की तैयार खाद्य के उत्पादों में शामिल होते हैं।
सोयाबीन के बीजों से निकाले गए तेल के साथ विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं, जैसे कि सोया बड़ी, सोया चंक्स, सोया नगेट्स, सोया कुकीज, सोया चॉकलेट, सोया मिल्क, सोया एनर्जी ड्रिंक, सोया प्रोटीन पाउडर, सोया हेल्थ ड्रिंक, सोया आटा, सोया सॉस, सोया चिल्ली सॉस, सोया चाप और टोफू।
टोफू दिखने में पनीर की तरह होता है और खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है। इसके अलावा, सोयाबीन से बने खाद्य पदार्थ रेस्टोरेंट, होटल, और छोटे ढाबों में भी आसानी से मिलते हैं।
सोयाबीन का भाव मंडी में
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
महाराष्ट्र- जालना मंडी | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी-महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बिहार बेगूसराय मंडी | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |