Tomato Rate: आज हरदोई में 50 से 60 रुपये किलो बिका टमाटर, आज आसमान छूकर जमीन पर लुढ़का भाव

टमाटर की कीमतों में हरदोई जिले में एक बड़ी गिरावट आई है, जिसका परिणामस्वरूप कल तक 130 रुपये प्रति किलो बिकने वाले टमाटर की कीमत आज 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक आ गई है। इस गिरावट का मुख्य कारण मांग में दिखाई देने वाली बड़ी कमी है, जिसके परिणामस्वरूप लोग टमाटर खरीदने में कम रुचि दिखा रहे हैं।

यही कारण है कि व्यापारी अब अपने पास बचे हुए टमाटर को नुकसान के आसार में बेचने के मजबूर हो रहे हैं।

हरदोई (Hardoi News) के अनुसार, शनिवार को टमाटर की कीमत 50 से 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंची। इसके परिणामस्वरूप, खरीदारों की भीड़ बढ़ गई और लोगों ने व्यापरियों से टमाटर खरीदे।

व्यापारी बता रहे हैं कि आने वाले एक-दो दिनों में टमाटर की कीमत और भी कम हो सकती है। इस अचानक कीमत कमी के पीछे, थोक व्यापारियों के पास अधिक स्टॉक और बिक्री में कमी होने का कारण बताया जा रहा है। कीमतों के कम हो जाने के बाद, टमाटर ने इतनी अधिकतम बिक्री की कि केवल दो घंटों में थोक मंडी पूरी तरह खाली हो गई।

एक पूरे महीने के आसपास से, टमाटर की कीमतें आसमान छू रही थीं, जहाँ 160 से 180 रुपये तक और उच्चतम 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी। टमाटर की मूल्यों के बढ़ने के कारण, अधिकांश लोगों ने खरीदारी करना बंद कर दिया था।

चौबीस घण्टे में आधे से कम हो गए दाम

पिछले तीन दिनों से, टमाटर 150 रुपये प्रति किलो के नीचे ही बिक रहे थे। ताजा जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को टमाटर 120 से 130 रुपये प्रति किलो तक के बीच बिके। इसके बाद, शनिवार को टमाटर की कीमत 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक आ गई। व्यापारी बता रहे हैं कि आने वाले एक-दो दिनों में टमाटर की कीमत और भी सस्ती हो सकती है।

सस्ता होने का यह रहा कारण

वास्तविकता में, व्यापारी ने हाल के दिनों में टमाटर की महंगाई से बड़ा लाभ उठाया है, जब उन्होंने उच्च मूल्य पर टमाटर बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया।

हालांकि, जैसे ही अधिकांश लोग महंगे दामों के कारण टमाटर खरीदने में रुचि खो दी, टमाटर की बिक्री में कमी आ गई। थोक व्यापारी मोहम्मद जमील ने खुलासा किया कि उनके पास पहले लगभग 6 कुंटल टमाटर थे।

लेकिन जिन टमाटरों की बिक्री पहले हर दिन 4 से 5 कुंटल होती थी, उनकी बिक्री अब 50 से 60 किलो तक घट गई थी, जिसके कारण टमाटर खराब होने लगे थे। ऐसे परिस्थितियों में, उन्हें उन टमाटरों को किसी तरह से निकालने की मजबूरी थी।

उन्होंने बताया कि जो क्रेट पहले 3500 रुपये में बिक रही थी, उन्हें उन्हें अब 1100 से 1200 रुपये में ही बेचने पड़े हैं। इस तरह, प्रति क्रेट का नुकसान लगभग एक से डेढ़ हजार रुपये तक पहुंच गया है।

लोगों ने जमकर की खरीदारी

जैसे ही शहर में टमाटर की सस्ती खबर सामने आई, खरीदने वालों ने मंडी में लाइन लगाई। लोगों ने आकर्षित होकर टमाटर खरीदे और 2 घंटों के भीतर ही थोक मंडी में टमाटरों की भरमार हो गई।

यह तबक्कुर बना रहा कि टमाटर की इतनी जल्दी बिक्री हो गई कि मंडी में उनकी भरपूरता खत्म हो गई। इसके बावजूद, बहुत से लोग आज भी टमाटर खरीदने पहुंचे, लेकिन उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा।

जबकि फूटकर मंडी में टमाटर की मौजूदा कीमत 70 से 75 रुपए प्रति किलो है। इस सस्ते दाम के बावजूद, आज की स्थिति यह सुझाती है कि आगामी दो-तीन दिनों में टमाटर की कीमत और भी नीचे आ सकती है, क्योंकि व्यापारियों के पास अभी टमाटर की बहुत अधिक राशि बची है।

ग्रामीण क्षेत्र की मंडी में गायब हो गया था टमाटर

शहर के क्षेत्र में फुटकर दुकानदार पहले 40 से 50 किलो तक के टमाटरों को सजाकर रखते थे। हालांकि महंगाई के कारण और उसके परिणामस्वरूप उनकी बिक्री कम हो गई और अब वे मात्र 5 से 7 किलो टमाटर ही रख रहे हैं।

उसी के विपरीत, ग्रामीण क्षेत्र की मंडियों में टमाटर बिल्कुल गायब हो गए हैं, और अगर किसी मंडी में मिल भी रहे हैं, तो उनकी कीमत दो सौ से ढाई सौ रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।

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