अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के तेल की कीमत में उछाल देखने को मिल रहा है मंडी के जानकर एवं व्यापारियों के अनुसार इस वर्ष सोयाबीन की फसल के मूल्य अच्छे प्राप्त होंगे, अभी बाजार में सोयाबीन का भाव लगभग 6000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 9000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है लेकिन मूल्य में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।
सरकार द्वारा भी सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया गया था जिसे अब बढ़ा दिया गया है अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में दाम बढ़ने के कारण यह फैसला सरकार द्वारा लिया गया है।
सोयाबीन में भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व पाया जाता है और यह हमारे शरीर के लिए काफी उपयोगी होता है इसीलिए इसे लोग काफी पसंद करते हैं।
सोयाबीन के तेल का भाव घरेलू मार्केट में भी बढ़ा है जहाँ सोयाबीन का तेल पहले 135 रुपए प्रति लीटर था जो अब बढ़कर के 180 से 190 रुपए प्रति लीटर हो चुका है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष भी सोयाबीन की फसल काफी अच्छी हुई है।
अब भारत में उन्नत किस्म की खेती की जा रही है जिसमें उन्नत किस्म के बीजों का उपयोग किया जाता है। आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि अभी मंडी में सोयाबीन का भाव क्या चल रहा है।
इसके साथ ही साथ जानेंगे सोयाबीन से बनने वाले अनेकों तरह के खाद्य पदार्थ के बारे में और चर्चा करेंगे सोयाबीन से जुड़े बहुत से रोचक तथ्यों के बारे में तो चलिए जानते हैं।
अभी मंडी में सोयाबीन की फसल के साथ-साथ ज्वार, बाजरा, मूंगफली, उड़द, गन्ना, जुट,कपास यह सभी फसलें आ चुकी है। सोयाबीन को शाकाहारी मटन भी कहा जाता है।
इसे सुपरफूड की भी उपाधि दी गई है सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए भूसे से अनेक प्रकार के खाद्य पदार्थों का निर्माण किया जाता है सोयाबीन में भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं।
न्यूनतम समर्थन मूल्य
सरकार द्वारा कई फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है इसका सीधा सीधा लाभ किसानों को होता है किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य प्राप्त हो इसके कारण ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है।
अभी सोयाबीन की फसल के ऊपर सरकार द्वारा 3950 रुपए प्रति क्विंटल की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया गया था।
लेकिन जैसे ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के तेल की मांग की और सोयाबीन के मूल्य में उछाल देखने को मिला वैसे ही सोयाबीन का भाव बढ़ा कर 4300 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा यह नीति अपनाई गई है व्यापारियों द्वारा किसानों के फसलों को अच्छे मूल्य नहीं मिलने के कारण सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
व्यापारी अच्छी गुणवत्ता वाली फसलों के मूल्य किसानों को दे देते हैं लेकिन वही जिससे फसल की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं रहती उन्हें औने पौने दाम में व्यापारियों से खरीद लेते हैं।
जिससे किसानों को काफी घाटा हो जाता है लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाने जाने के बाद फसल को कम से कम निर्धारित मूल्य पर ही किसान व्यापारी को बेच सकते हैं।
अगर किसानों को उससे अच्छे मूल्य प्राप्त होंगे तो वह अपनी फसल आसानी से व्यापारियों को बेच सकते हैं लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे जाकर के व्यापारी किसान से फसल नहीं ले सकते हैं।
सोयाबीन का भाव मंडी में
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
महाराष्ट्र- जालना मंडी | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी-महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बिहार बेगूसराय मंडी | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |
सोयाबीन से निर्मित खाद्य पदार्थ
आजकल पैकेट फूड लोगों को काफी पसंद आ रहा है बाजार में तरह-तरह के पैकेट फूड उपलब्ध है जो हर आयु वर्ग के लिए होते हैं।
इसी तरह सोयाबीन के भी कई प्रकार के पैकेट फूड मार्केट में आ चुके हैं जिसमें भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व तो होते हैं इसके साथ ही साथ हर आयु वर्ग के लोगों को भी काफी पसंद आता है।
सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए भूसे से सोयाबीन का आटा, सोयाबीन कुकीज, सोयाबीन चॉकलेट, टोफू, एनर्जी ड्रिंक, सोया प्रोटीन पाउडर,
सोयाबीन हेल्थ ड्रिंक, सोया बड़ी, सोया चाप, सोया सॉस, सोया चिल्ली सॉस, प्रोटीन पाउडर, बेबी फूड यह सभी आपको अपने आसपास के ऑनलाइन या ऑफलाइन बाजार में आसानी से मिल जाएंगे।
इन सबके अलावा सोयाबीन से बनने वाला तेल जिसका उपयोग हम सबके घरों में रोजाना होता है इसके साथ ही साथ बाजार में भी आपको सोयाबीन से बनने वाले कई तरह के व्यंजन मिल जाएंगे जिसे लोग काफी पसंद से खाते हैं।
जैसे कि सोयाबीन रोल,सोया चाप करी, सोयाबीन पुलाव, सोया नगेट्स, सोया चिल्ली इसके साथ ही साथ सोयाबीन का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को बनाने में किया जा रहा है।
अब लोग सोयाबीन का दूध भी पसंद करने लगे हैं जो कि बिल्कुल गाय के दूध के बराबर मात्रा में प्रोटीन होता है। इसके साथ सोयाबीन से टोफू बनाया जाताहै जो दिखने और खाने में बिल्कुल पनीर की तरह होता है और इसमें पौष्टिकता भी काफी होती है।
सोयाबीन का उत्पादन
भारत के कुछ राज्यों में सोयाबीन का उत्पादन होता है जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान यह सभी आते हैं और अगर पूरे विश्व के बारे में बताएं तो सोयाबीन का सबसे ज्यादा उत्पादन ब्राजील में होता है।
उसके बाद दूसरे नंबर पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन किया जाता है मध्य प्रदेश में सोयाबीन का उत्पादन होता है और वहीं पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एक रिसर्च सेंटर भी बनाया गया है।
जहां पर सोयाबीन की उन्नत किस्में तैयार की जाती है इसके साथ ही साथ सोयाबीन से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ भी तैयार किए जाते हैं।
जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं वही राजस्थान के बारा एवं कोटा में भी सोयाबीन की खेती की जाती है और जहां से उन्नत किस्म के सोयाबीन की पैदावार होती है।
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको भारत के कुछ मंडियों में अभी सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी प्रदान की इसके साथ ही साथ सोयाबीन का उत्पादन भारत में कहां कहां पर होता है और सोयाबीन से बनने वाले पैकेट फूड के बारे में भी बताया है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।