सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी व्यक्तियों के लिए सोयाबीन एक बहुत अच्छा प्रोटीन का स्रोत माना जाता है सोयाबीन से अनेक तरह के खाद्य पदार्थ का निर्माण तो किया ही जाता है।
इसके साथ ही साथ सोयाबीन के बीज से तेल भी निकाला जाता है जिसकी माँग देश-विदेश सभी जगह बहुत अधिक है सोयाबीन फसल के अंतर्गत आता है।
इसके साथ ही साथ मूंग, गन्ना, जुट, कपास, बाजरा, ज्वार, मूंगफली, उड़द, यह सभी खरीफ की फसल है।
मंडियों में यह सभी फसलें उपलब्ध है अभी कुछ ही दिनों पहले सरकार द्वारा सोयाबीन की फसल को लेकर के न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी किया गया था।
लेकिन जैसे ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के दाम में उछाल देखा गया वैसे ही सरकार द्वारा सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ा दिया गया है।
इस वर्ष मंडी के जानकारों के अनुसार सोयाबीन के फसल के काफी अच्छे दाम किसान और व्यापारियों को मिलने के आसार हैं।
अभी लगभग सभी मंडियों में सोयाबीन का भाव 7500 से लेकर के 9000 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
भारत में अब खेती के तरीकों पर सुधार लाया गया जिसके अंतर्गत उन्नत किस्म की खेती की जा रही है।
इसके साथ ही साथ उन्नत किस्म के बीजों का भी उपयोग किया जा रहा है जिससे उत्पादन क्षमता में काफी बढ़ोतरी हुई है।
भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं इसीलिए इसे देश-विदेश हर जगह पर खूब पसंद किया जाता है एवं अपने दैनिक आहार में शामिल किया जाता है।
भारत में लगभग 90% सोयाबीन का उत्पादन महाराष्ट्र, राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में किया जाता है केवल मध्यप्रदेश में ही पूरे उत्पादन का लगभग 50% उत्पादित किया जाता है।
इसके बाद मध्य प्रदेश में सोयाबीन का एक रिसर्च सेंटर भी है जो इंदौर में स्थापित है और वहां सोयाबीन को लेकर के काफी रिसर्च किए जाते हैं ।
राजस्थान में सोयाबीन का व्यापक रूप से उत्पादन किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी भारत के सोयाबीन तेल एवं तिल तेल, बादाम तेल इन सभी की माँग पूरे वर्ष रहती है इसके साथ-साथ भारतीय मसालों की डिमांड भी विदेशों में खूब होती है।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको सोयाबीन से जुड़े कुछ जानकारियों से अवगत कराएंगे इसके साथ-साथ बताएंगे सोयाबीन के पैकेट फूड्स मार्केट में आ चुके हैं और जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं तो चलिए जानते हैं।
सोयाबीन का भाव मंडी में
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
महाराष्ट्र- जालना मंडी | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी-महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बिहार बेगूसराय मंडी | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |
न्यूनतम समर्थन मूल्य
सरकार द्वारा कुछ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है जो किसानों के हित के लिए होता है ताकि व्यापारी उनके फसल को औने पौने दाम में खरीद करके किसानों को नुकसान ना पहुंचाएं।
अभी कुछ दिनों पहले सरकार द्वारा सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया गया था जो 3950 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया था।
कुछ महीनों बाद ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य को बड़ा करके 4300 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया।
मंडियों में फसल की गुणवत्ता के आधार पर व्यापारी मूल्य निर्धारित करते हैं जिन किसानों की फसल की गुणवत्ता काफी अच्छी होती है उन्हें अच्छे मूल्य भी प्राप्त होते हैं।
लेकिन वही कम गुणवत्ता वाली फसल के सही मूल्य ना मिल पाने के कारण किसानों को नुकसान हो जाता है इसी कारण सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है जिससे किसान को कम से कम फसल की लागत मिल जाए।
सोयाबीन के उत्पादन के मामले में भारत पूरे विश्व में चौथे स्थान पर आता है अगर सोयाबीन उत्पादन की बात करें तो पूरे विश्व में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन ब्राजील में होता है।
उसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन किया जाता है इसके साथ ही साथ और भी देश है जहां सोयाबीन का उत्पादन होता है।
सोयाबीन में भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व होने के कारण लोग इसे अपने भोजन में शामिल करते हैं।
सोयाबीन के पैकेट फूड
सोयाबीन को सुपरफूड की भी उपाधि दी गई है भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैंयह हमारे स्वास्थ्य एवं शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं।
अब आप अपने आसपास के मार्केट में देखेंगे कि सोयाबीन के पैकेट फूड आने लगे हैं जो हर आयु वर्ग के लोगों को पसंद आ रहे हैं।
सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए भूसे से अनेक प्रकार के खाद्य पदार्थों का निर्माण किया जाता है।
जैसे कि सोयाबीन बड़ी, टोफू, सोयाबीन एनर्जी ड्रिंक, हेल्थ ड्रिंक, सोया मिल्क, सोया सॉस, सोया चिल्ली सॉस, सोयाबीन का आटा, चॉकलेट, कुकीज, बेबी फूड, सोया चाप इसके अलावा मार्केट में अब सोयाबीन के फ्रोजन फूड भी उपलब्ध है।
नॉन वेजिटेरियन, वेजिटेरियन एवं वीगन हो रहे लोग सोयाबीन को काफी पसंद करते हैं अब लोग गाय के दूध की जगह पर सोया मिल्क का इस्तेमाल करते हैं इसमें भी गाय के दूध जितना ही प्रोटीन पाया जाता है।
इन सबके अलावा सोयाबीन से अनेकों तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी निर्माण किया जाता है जैसे सोयाबीन चाप करी, सोयाबीन रोल, सोयाबीन पुलाव, सोया चिल्ली।
इन सबके अलावा इटालियन एवं चाइनीस व्यंजन में भी सोयाबीन का इस्तेमाल भारी मात्रा में हो रहा है जैसे पास्ता, पिज़्ज़ा, थाई करी, मोमो इत्यादि में।
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको सोयाबीन से जुड़ी जानकारियों से अवगत कराया है।
इसके साथ ही साथ भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में अभी सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी दी है। सोयाबीन का उपयोग हम सबके घरों में रोजाना होता है चाहे वह सोयाबीन तेल के रूप में हो या सोया बड़ी, सोया चाप, सोया मिल्क की तरह।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।