सोयाबीन की फसल मंडियों में आना शुरू हो चुकी है अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के तेल एवं मसालों की मांग पूरे वर्ष बनी रहती है इस वर्ष सोयाबीन की फसल काफी अच्छी हुई है।
जिससे किसानों एवं मंडी के जानकारों और व्यापारियों का कहना है कि इस वर्ष सोयाबीन के फसल के अच्छे दाम किसानों को प्राप्त होंगे।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के भाव में उछाल देखने को मिल रहा है जिसके चलते सरकार द्वारा सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ा दिया गया है।
सोयाबीन की फसल जैसे ही मंडी में आना शुरू हुई थी सरकार द्वारा उस पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लगा दिया गया था।
अभी हर मंडी में सोयाबीन के भाव अलग-अलग देखने को मिल रहे हैं उज्जैन की मंडी में अभी सोयाबीन का भाव 4195 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 7690 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
वही प्रतापगढ़ मंडी में सोयाबीन का न्यूनतम भाव 7345 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 7660 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
भारत में सोयाबीन का उन्नत किस्म के बीजों द्वारा उत्पादन किया जाता है इसके साथ ही साथ अब खेती के तकनीकों पर भी काफी सुधार किया गया है।
जिससे उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी हुई है इसके साथ ही साथ उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग करने से फसल अच्छी गुणवत्ता वाली प्राप्त हो रही है।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको भारत के कुछ मंडियों में अभी सोयाबीन का मूल्य क्या चल रहा है इसकी जानकारी प्रदान करेंगे।
इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा कितना न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है इसके बारे में भी चर्चा करेंगे और साथ में जानेंगे सोयाबीन के पैकेट फूड के बारे में जो मार्केट में अभी तेजी से बिक रहा है तो चलिए जानते हैं।
भारत में सोयाबीन का उत्पादन राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में किया जाता है सोयाबीन की उन्नत किस्म की खेती की जाती है मध्य प्रदेश में सोयाबीन का एक रिसर्च सेंटर है जो कि इंदौर में है।
सोयाबीन को लेकर के काफी रिसर्च किए जाते हैं। राजस्थान के बारा एवं कोटा में व्यापक रूप से सोयाबीन का उत्पादन किया जाता है। पूरे भारत का 50% उत्पादन केवल मध्यप्रदेश में होता है।
अगर पूरे विश्व की बात करें तो सबसे ज्यादा सोयाबीन ब्राजील में उत्पादित होता है विदेशों में भी सोयाबीन को काफी पसंद किया जाता है क्योंकि सोयाबीन में पोषक तत्व होते हैं।
इसे वेजिटेरियन मटन भी कहा जाता हैइसे शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के लोग खाते हैं।
अब बाजार में सोयाबीन से निर्मित बहुत प्रकार के खाद्य पदार्थ भी आ चुके हैं जिसे लोग बहुत ही पसंद करते हैं आज आपने आर्टिकल में आपको उन सभी खाद्य पदार्थ के बारे में भी जानकारी देंगेl
सोयाबीन का भाव मंडी में
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
महाराष्ट्र- जालना मंडी | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी-महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बिहार बेगूसराय मंडी | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |
न्यूनतम समर्थन मूल्य
अभी कुछ ही महीनों पहले जैसे ही सोयाबीन की फसल मंडी में आना शुरू हुई थी तो सरकार द्वारा सोयाबीन की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया गया था जो कि 3950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था।
उसके कुछ महीनों बाद जब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोयाबीन के मूल्य में उछाल देखने को मिला तो सरकार द्वारा सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ा दिया गया जो कि अब 4300 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
फसल को अच्छे दाम मिले और किसानों को नुकसान ना हो इसीलिए सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य कुछ फसलों पर लगाया जाता है।
इसके अलावा उच्च गुणवत्ता वाली फसल के मूल्य किसानों को व्यापारियों द्वारा अच्छे प्राप्त हो जाते हैं।
वही कम गुणवत्ता वाले फसल के मूल्य काफी ओने पौने दामों पर व्यापारियों द्वारा ले लिए जाते हैं जिससे किसानों को घाटा लग जाता है।
लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर देने के बाद किसी भी फसल के अच्छे मूल्य किसानों को प्राप्त हो जाएंगे।
अगर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम अपने फसल के मिलते हैं तो आसानी से अपना फसल को बेच सकते हैं।
लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे जाकर के कोई भी व्यापारी किसानों से फसल नहीं ले सकता है।
अभी सोयाबीन का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं इस वर्ष सोयाबीन की फसल के भाव 15000 रुपए प्रति क्विंटल तक जा सकते हैं।
सोयाबीन के पैकेट फूड
सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके भूसे से अनेकों प्रकार के खाद पदार्थ निर्मित किए जा रहे हैं जो लोगों द्वारा काफी पसंद किए जा रहे हैं।
सोयाबीन में भारी मात्रा में पौष्टिक तत्व होता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है यह छोटे बच्चे से लेकर के बड़े बूढ़ों तक के लिए काफी फायदेमंद होता है।
आपको अपने आसपास के ऑनलाइन या ऑफलाइन मार्केट में यह सभी चीजें आसानी से मिल जाएंगे।
सोयाबीन के भूसे से सोयाबीन एनर्जी ड्रिंक, टोफू, सोयाबीन फ्रोजन फूड, हेल्थ ड्रिंक, सोयाबीन मिल्क, सोया बड़ी ,सोया चॉकलेट, सोया कुकीज़ ,सोयाबीन का आटा, सोया सॉस,
सोया चिल्ली सॉस, सोयाबीन हेल्थ ड्रिंक, सोयाबीन बेबी फूड इत्यादि मिलते हैं आजकल डाइट कॉन्शियस एवं विगन हो रहे लोग गाय की दूध की बजाय सोयाबीन मिल्क का उपयोग अपने रोज की दिनचर्या में करने लगे हैं।
जो उनके स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक है ही साथ ही साथ इसका स्वाद भी उन्हें काफी पसंद आ रहा है।
इसके अलावा बाजार में आपको तरह-तरह के सोयाबीन से बनने वाले व्यंजन भी आसानी से दिख जाएंगे जैसे सोयाबीन रोल, सोयाबीन चाप, सोया चिल्ली, सोयाबीन पुलाव इत्यादि जिसे लोग खाना पसंद करते हैं।
इन सबके अलावा सोयाबीन का तेल हम सभी के घरों में लगभग रोजाना इस्तेमाल किया जाता है। सोयाबीन का बाजार काफी बड़ा है।
निष्कर्ष
आज हमने अपने आर्टिकल के माध्यम से सोयाबीन का मूल्य अभी मंडी में क्या चल रहा है इसकी जानकारी प्रदान की है।
इसके साथ ही साथ सोयाबीन के किस प्रकार के पैकेट फूड बाजार में अब बिकने शुरू हो चुके हैं इसके बारे में भी चर्चा की है।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अब तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।