मशरूम का मंडी भाव 2023 – आज मशरूम का रेट? Today Mushroom Bhav (10 May 2023)

मशरूम का मंडी भाव 2023 :कृत्रिम मशरूम का उपयोग घर, होटल, ढाबा, क्लाउड किचन, ठेले और दवाई बनाने वाली कंपनियां इन सभी जगह में काफी इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों से भारत में मशरूम की कृत्रिम रूप से खेती की जा रही हैं। राजा महाराजाओं के समय से भारत में मशरूम के व्यंजनों का प्रचलन है।

लेकिन उस समय कृत्रिम रूप से खेती नहीं कि जाती थी प्राकृतिक रूप से उगने वाले मशरूम को ही व्यंजन में इस्तेमाल किया जाता था।

अब भारत के अधिकतर राज्य में किसानों द्वारा मशरूम की खेती की जा रही है किसानों का मशरूम की खेती के तरफ रुझान इस कारण से भी बहुत ज्यादा है।

क्योंकि इसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा मिल रहा है भारत में मशरूम की इन प्रजातियों की खेती की जाती है ओयेस्टर मशरूम, दूधिया मशरूम, बटन मशरूम एवं शिप मशरूम इत्यादि।

भारत में मशरूम की खेती

अभी भारत के कुछ राज्यों में मशरूम की व्यापक रूप से खेती की जा रही है भारत के इन राज्यों में मशरूम की खेती की जा रही है।

हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिल नाडु, कर्नाटका, तेलंगाना, उत्तराखंड, पंजाब एवं बिहार अभी भारत में सबसे ज्यादा बिहार के अंदर मशरूम की खेती हो रही है। बिहार के किसान मशरूम की खेती करके ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।

कृत्रिम रूप से मशरूम की खेती कोई भी कर सकता है महिला या पुरुष दोनों इस खेती को आसानी से कर सकते हैं इसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा प्राप्त होता है।

लेकिन यह खेती शुरू करने के पहले आपको 15 से 25 दिन तक का प्रशिक्षण लेना होगा, सरकार जगह-जगह पर ऐसे आयोजन करते रहती है जिसमें खेती से जुड़े नई तकनीक किसानों को बताती है।

इसके अंतर्गत आप मशरूम की खेती कैसे करें? मशरूम के बीज का उपयोग कैसे करें? मशरूम का बाजार ? इन सब के बारे में आसानी से जान सकते हैं।

 हम आज अपने आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे मशरूम का मूल्य अभी भारत की कुछ मंडियों में क्या चल रहा है।

इसके साथ ही साथ जानेंगे हिमालय की चोटी पर मिलने वाले एक अत्यंत दुर्लभ मशरूम के बारे में जो बहुत ही कीमती होता है और प्राकृतिक रूप से उगता है। तो चलिए जानते हैं।

मशरूम का मंडी में मूल्य 

राज्यन्यूनतम भावअधिकतम भाव
हिमाचल प्रदेश3,6203,650
पंजाब6,7509,100
हिमाचल प्रदेश13,00015,000
पंजाब1,500 रूपए प्रति क्विंटल1,700 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब10,000 रूपए प्रति क्विंटल10,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश9,000 रूपए प्रति क्विंटल10,000 रूपए प्रति क्विंटल
जम्मू और कश्मीर10,000 रूपए प्रति क्विंटल11,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब9,000 रूपए प्रति क्विंटल11,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश10,000 रूपए प्रति क्विंटल11,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश10,000 रूपए प्रति क्विंटल12,000 रूपए प्रति क्विंटल
जम्मू और कश्मीर12,000 रूपए प्रति क्विंटल14,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश10,000 रूपए प्रति क्विंटल14,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश13,000 रूपए प्रति क्विंटल15,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश16,000 रूपए प्रति क्विंटल17,500.00 रूपए प्रति क्विंटल
ओडिशा20,000 रूपए प्रति क्विंटल22,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब2,500 रूपए प्रति क्विंटल3,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब3,000 रूपए प्रति क्विंटल3,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब3,300 रूपए प्रति क्विंटल3,300 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश3,500 रूपए प्रति क्विंटल3,500 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश3,500 रूपए प्रति क्विंटल3,800 रूपए प्रति क्विंटल
उत्तराखण्ड3,500 रूपए प्रति क्विंटल4,500 रूपए प्रति क्विंटल
हरियाणा5,000 रूपए प्रति क्विंटल5,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश5,000 रूपए प्रति क्विंटल6,000 रूपए प्रति क्विंटल
हरियाणा6,000 रूपए प्रति क्विंटल7,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब8,000 रूपए प्रति क्विंटल8,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश7,000 रूपए प्रति क्विंटल8,000 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब6,800 रूपए प्रति क्विंटल8,100 रूपए प्रति क्विंटल
हरियाणा6,000 रूपए प्रति क्विंटल8,500 रूपए प्रति क्विंटल
पंजाब8,000 रूपए प्रति क्विंटल9,000 रूपए प्रति क्विंटल
हिमाचल प्रदेश8,000 रूपए प्रति क्विंटल9,000 रूपए प्रति क्विंटल

यूरोपियन व्हाइट ट्रफल मशरूम

पूरे विश्व में सबसे ज्यादा महंगा मशरूम यूरोपियन व्हाइट ट्रफल मशरूम है इसकी खेती कृत्रिम रूप से नहीं की जाती बल्कि यह प्राकृतिक तौर पर उगता है।

जबसे मशरूम की खेती कृत्रिम रूप से की जा रही है इसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है अलग-अलग राज्यों में किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा मशरूम की खेती करके कमा रहे हैं।

जो किसान मशरूम की खेती से जुड़ी कोई भी जानकारी चाहते हैं। वह किसी भी कृषि विज्ञान केंद्र या कृषि विश्वविद्यालय में जाकर के इसकी जानकारी ले सकते हैं।

मशरूम से खाद्य पदार्थ

कृत्रिम मशरूम का उपयोग केवल व्यंजन बनाने में ही नहीं होता बल्कि इसके और भी खाद्य पदार्थ बाजार में आपको उपलब्ध मिलेंगे जैसे मशरूम का सूप, मशरुम का सॉस, मशरूम का जैम ,अचार, बिस्किट, टोस्ट, कुकीज, नूडल्स, चॉकलेट, प्रोटीन पाउडर, हेल्थ ड्रिंक, बेबी फूड इत्यादि निर्मित किए जाते हैं।

जो कि आपको आसानी से अपने ऑनलाइन या ऑफलाइन मार्केट में उपलब्ध मिलेगा।

मशरूम में भारी मात्रा में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट कैल्सियम और विटामिन होते हैं जिस कारण डाइट कॉन्शियस लोग इसे बहुत पसंद करते हैं। भारत में लगभग 10000 से भी ज्यादा मशरूम की प्रजातियां पाई जाती है।

जिनमें से केवल 70 से 80 तरह के मशरूम का सेवन किया जाता है इनमें से कुछ प्राकृतिक तौर पर उगती है तो कुछ को कृत्रिम रूप से बनाया जाता है।

गुच्छी मशरूम

हिमालय की बर्फीली घाटियों में गुच्छी मशरूम पाया जाता है गुच्छी मशरूम देखने में बिल्कुल अलग तरह का होता है यह बटन मशरूम की तरह सफेद नहीं बल्कि काले रंग का होता है और बहुत ही छोटे-छोटे बिल्कुल मधुमक्खी के छत्ते की तरह दिखता है।

गुच्छी मशरूम को वहां के स्थानीय नागरिकों द्वारा तोड़कर लाया जाता है उसके बाद उसे 5 से 7 दिन तक धूप में सुखाया जाता है।

हिमालय की पहाड़ियों में गुच्छी मशरूम की बहुत सी प्रजातियां पाई जाती है उनमें से जो सबसे ऊंची गुणवत्ता वाला गुच्छी मशरूम रहता है उसकी कीमत बाजार में 30,000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचे जाते हैं। जबकि गुच्छी मशरूम के निम्न प्रजाति की कीमत 12000 से 13000 रुपए प्रति किलो पर बेची जाती है।

गुच्छी मशरूम की डिमांड वहां के स्थानीय होटल एवं रेस्टोरेंट में काफी अधिक होती है इसीलिए वहां रेस्टोरेंट एवं होटल के मालिक से मुंह मांगी कीमत पर गुच्छीमशरूम खरीदने को तैयार रहते हैं।

गुच्छी मशरूम में पौष्टिकता भारी मात्रा में होती है इसीलिए वहां के लोग इस से बने व्यंजन खाना पसंद करते हैं।

निष्कर्ष

हमने अपने आर्टिकल के माध्यम से भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में मशरूम का भाव अभी क्या चल रहा है इसकी जानकारी प्रदान की है इसके साथ ही साथ हिमालय की पहाड़ियों में पाए जाने वाले दुर्लभ किस्म के मशरूम के बारे में जानकारी प्रदान की है।

अगर किसान मशरूम की खेती करना चाहे तो वह कैसे खेती करने के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा है इसके बारे में भी बताया है।

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अब तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद

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