पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष सोयाबीन का उत्पादन काफी अच्छा हुआ है जिससे मंडी के जानकारों का कहना है कि इस वर्ष सोयाबीन के फसल के अच्छे भाव किसानों और व्यापारियों दोनों को प्राप्त होंगे।
अभी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोयाबीन तेल के मूल्य बढ़ गए हैं जिस कारण से किसान और व्यापारियों को लग रहा है।
इस वर्ष सोयाबीन के फसल के दाम उन्हें अच्छे प्राप्त होंगे। सोयाबीन के तेल के साथ-साथ सोयाबीन से बनने वाले और भी उत्पाद के दाम भी अभी बड़े हुए हैं।
कुछ वर्ष पहले से भारत में उच्च तकनीक एवं उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग करके सोयाबीन का उत्पादन क्षमता बढ़ाया गया है।
जिसे सोयाबीन का उत्पादन काफी अच्छा हो रहा है उत्पादन के साथ-साथ सोयाबीन की गुणवत्ता का भी ध्यान रखा गया है।
अभी कुछ मंडियों में सोयाबीन का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 9500 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा भी सोयाबीन की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया है।
सरकार द्वारा समय-समय पर कुछ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी किया जाता है ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में नुकसान ना हो।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में अभी सोयाबीन का भाव क्या चल रहा है।
इसके साथ ही साथ हम जानेंगे सरकार द्वारा कितना न्यूनतम समर्थन मूल्य रखा गया सोयाबीन की फसल के लिए सोयाबीन में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए लाभदायक है तो चलिए जानते हैं।
सोयाबीन का उत्पादन
सोयाबीन खरीफ फसल के अंतर्गत आता है खरीफ फसल में कपास, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, धान, गन्ना, तूअर, दाल, जूट, उड़द इत्यादि फसलें भी आती है।
भारत में दो प्रकार के फसलों का उत्पादन होता है जिसके अंतर्गत कुछ फसलें खरीफ फसल के अंतर्गत आती है और कुछ रवि फसल के अंतर्गत आती है।
खरीफ की फसल के लिए शुष्क गर्म जलवायु की आवश्यकता होती है। भारत में सोयाबीन का उत्पादन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में होता है।
इन सभी राज्यों में केवल मध्यप्रदेश में ही पूरे देश के उत्पादन का 50% सोयाबीन उत्पादित किया जाता है।
इसके अलावा राजस्थान के दो राज्य बारा और कोटा इन दोनों राज्यों में भी सोयाबीन का उत्पादन भारी मात्रा में होता है।
सोयाबीन की मंडी
सोयाबीन का बाजार अब बहुत बड़ा हो चुका है सोयाबीन तेल से लेकर के सोयाबीन से बनने वाले सारे उत्पाद की बाजार में काफी डिमांड होती है।
सोयाबीन का तेल निकालने के बाद जो उसका भूसा बच जाता है उससे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ तैयार किए जाते हैं।
जैसे छोटे बच्चों के लिए पोषक आहार, हेल्थ ड्रिंक, इसके अलावा सोया सॉस, सोया नॉट, स्प्राउट, सोयाबीन का आटा, कुकीज, सोया चिली सॉस चॉकलेट, सोया बड़ी, सोया मिल्क और सोयाबीन का तेल जिसका इस्तेमाल हम सभी के घरों में किया जाता है।
बहुत से रेस्टोरेंट में आप देखेंगे सोयाबीन की एक से बढ़कर एक व्यंजन बनाए जाते हैं जो आजकल के बच्चों को काफी पसंद आ रहे हैं।
सोया बड़ी से अनेक तरह के व्यंजन तैयार किए जाते हैं जिनमें से सोया के कबाब, सोया कटलेट, सोया सलाद, सोया रोल, सोया पुलाव, सोया बिरियानी इत्यादि
आजकल बहुत से लोग भी वीगन फूड का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके अंतर्गत अब लोग गाय के दूध के अलावा सोया मिल्क को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
भारत में बनने वाले कुछ प्रमुख तेल जैसे सोयाबीन का तेल, तिल का तेल, बादाम का तेल इन सभी तेलों की डिमांड अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी काफी होती है।
इसीलिए सोयाबीन के तेल का भाव सीधे अंतरराष्ट्रीय मार्केट से भी जुड़ा हुआ होता है अगर अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तेल के भाव बढ़ रहे हैं तो देसी बाजारों में भी उसका असर देखने को मिलता है।
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य
सरकार द्वारा कुछ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया जाता है ताकि किसानों को नुकसान ना हो।
इस वर्ष सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार द्वारा 3950 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से निर्धारित किया गया है किसान इससे नीचे जा करके अपनी फसल नहीं बेच सकते हैं और ना ही व्यापारी इससे नीचे जाकर के किसान की फसल ले सकता है।
इसके अलावा अगर किसान को अपनी फसल की अच्छे मूल्य प्राप्त हो तो वह अपनी फसल को अच्छे मूल्य में बेच सकते है।
कुछ मंडियों में सोयाबीन का मूल्य
कृषि उपज मंडिया | न्यूनतम भाव | अधिकतम भाव |
उज्जैन मंडी | 4195 | 7690 |
रतलाम मंडी | 5180 | 7730 |
हरदा मंडी | 4515 | 7790 |
विदिशा मंडी | 4395 | 7700 |
अमरावती मंडी | 4895 | 7050 |
जालना मंडी – महाराष्ट्र | 4080 | 7300 |
बारा मंडी | 5095 | 7630 |
करंजा मंडी – महाराष्ट्र | 3665 | 7090 |
जावरा मंडी | 3450 | 7650 |
इंदौर मंडी | 5015 | 7700 |
बासवारा मंडी | 5140 | 7580 |
मंदसौर मंडी | 4085 | 7720 |
गुजरात राजकोट मंडी | 4420 | 7380 |
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी | 4580 | 5900 |
कोटा मंडी | 4855 | 7600 |
मांलगढ़-राजस्थान मंडी | 5015 | 7630 |
बेगूसराय मंडी बिहार | 4000 | 4290 |
टोंक मंडी | 6025 | 7640 |
प्रतापगढ़ मंडी | 7345 | 7660 |
किशनगंज मंडी | 5170 | 6940 |
सोयाबीन में पोषक तत्व
सोयाबीन में काफी सारे विटामिन और प्रोटीन पाए जाते हैं सोयाबीन में भारी मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी 6, आयरन, मिनरल्स,फाइबर, अमीनो अम्ल, विटामिन B12 पाए जाते हैं।
कैल्शियम जहां हमारे शरीर में हड्डियों को सुरक्षा देता है वही हमारी आंखों की रोशनी को भी सही करता है वही आयरन हमारे शरीर में रक्त से जुड़ी सभी समस्याओं का निवारण करता है।
सोयाबीन का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से शुगर पेशेंट को काफी लाभ प्रदान होता है उनका शुगर नियंत्रित रहता है। सोयाबीन में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों से हमारी पाचन से प्रक्रिया भी चुस्त-दुरुस्त रहती है।
सोयाबीन हार्ट पेशेंट के लिए भी लाभदायक है। सोयाबीन हर आयु वर्ग के लोगों के लिए एक उचित पौष्टिक आहार के रूप में कार्य करता है।
आजकल हर कोई डाइट करता है जिससे खाने पीने में काफी परहेज करना होता है लेकिन सोयाबीन का उपयोग आप अपने खाने में बहुत तरह से कर सकते हैं।
जिससे कि आपका डाइट भी मेंटेन रहेगा और आपको भरपूर मात्रा में प्रोटीन प्राप्त हो जाएगा।
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से भारत के कुछ राज्यों में अभी सोयाबीन का न्यूनतम एवं अधिकतम मूल्य क्या चल रहा है इसकी जानकारी दी है इसके साथ ही साथ सोयाबीन में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में भी बताया है।
भारत में सोयाबीन का उत्पादन कौन-कौन से राज्य करते हैं के बारे में भी जानकारी दी है। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।