भारत में मशरूम की लगभग 10,000 प्रजातियां पाई जाती है जिनमें से कुछ ही प्रजातियों को भोजन के रूप में हम इस्तेमाल करते हैं।
भारत में कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों में एक दुर्लभ किस्म का मशरूम पाया जाता है जो कि हजारों रुपए किलो बिकता है।
इस मशरूम की खास बात यह है कि इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में प्रोटीन और विटामिन पाई जाती है यह दिखने में दूसरे मशरूम की अपेक्षा अलग होता है।
मशरूम से अनेकों प्रकार के व्यंजन सूप, दवाइयां, पैकेट फूड, बच्चों के लिए पोषक आहार, हेल्थ ड्रिंक और बहुत सारे खाद्य पदार्थ निर्मित किए जाते हैं।
भारत में मशरूम का उत्पादन अभी सबसे ज्यादा बिहार में हो रहा है वहां के किसान मशरूम की खेती कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं।
मशरूम की खेती कम समय में ज्यादा मुनाफा देती है इसीलिए किसानों का रुझान मशरूम की खेती की तरफ ज्यादा हो रहा है।
भारत के कई राज्यों में मशरूम की खेती की जाती है। सरकार द्वारा भी मशरूम का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा किस तरह हो और मशरूम की खेती लोग किस तरह से करें इसकी जानकारी कई तरह के आयोजनों द्वारा की जाती है।
जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा मशरूम की खेती की तरफ जुड़े। सरकार मशरूम की खेती के लिए कम ब्याज दर पर ऋण भी उपलब्ध करवाती है।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि भारत के कुछ प्रमुख मंडियों में अभी मशरूम का मूल्य क्या चल रहा है।
इसके साथ ही साथ जानेंगे कश्मीर में मिलने वाले एक दुर्लभ प्रजाति की मशरूम के बारे में चलिए जानते हैं।
मशरूम का मूल्य अभी मंडियों में
अगर भारत के कुछ प्रमुख मंडियों की बात करें तो अभी हिमाचल प्रदेश के नहान में मशरूम प्रति क्विंटल 7000 रुपए के हिसाब से उपलब्ध है।
वहीं अधिकतम मूल्य 8000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से हैं जबकि हिमाचल प्रदेश के ही बिलासपुर मंडी में मशरूम का भाव 10000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 11000 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
हरियाणा के संधारा और थानेसर मंडी में जहां मशरूम का भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू हो रहा है वही अधिकतम मूल्य 7000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 8500 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
जबकि जम्मू-कश्मीर के कठुआ मंडी में अभी मशरूम का मूल्य 12000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू होकर के 14000 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
आपको हर मंडी में मशरूम का मूल्य थोड़ा ऊपर नीचे मिल जाएगा। मशरूम का मूल्य उसकी गुणवत्ता पर भी आधारित होता है।
अच्छी गुणवत्ता वाले मशरूम की कीमत काफी अधिक होती है वही निम्न गुणवत्ता वाले मशरूम की कीमत कम होती है।
मशरूम का उत्पादन
भारत के बहुत से राज्य में मशरूम का उत्पादन किया जाता है इसके अंतर्गत अभी भारत में बिहार राज्य में सबसे ज्यादा मशरूम का उत्पादन हो रहा है।
इसके बाद तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, कर्नाटका, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा इन सभी राज्यों में भी मशरूम की खेती किया जाता है जबकि बिहार में पूरे भारत का 10% उत्पादन होता है।
मशरूम का बाजार
मशरूम का इतिहास भारत में काफी पुराना है भारत में राजा महाराजाओं के समय से मशरूम का इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों में किया जा रहा है।
कुछ वर्ष पहले से ही कृत्रिम रूप से मशरूम की खेती की जा रही है जिससे मशरूम का बाजार अब काफी बड़ा हो चुका है।
भारत में बटन मशरूम, ओयस्टर मशरूम, पुआल मशरूम एवं शिप मशरूम खेती की जाती है। कृत्रिम रूप से मशरूम की खेती करने के लिए काफी बड़े स्थान की आवश्यकता नहीं होती है छोटी सी जगह में ही मशरूम की खेती की जा सकती है।
चाहे महिला हो या पुरुष मशरूम की खेती कोई भी कर सकता है। लेकिन इसकी खेती करने से पहले सही रूप से प्रशिक्षण लेना आवश्यक है।
मशरूम से बहुत प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाते हैं जैसे सूप, नूडल्स, टोस्ट, बिस्किट, चॉकलेट, कुकीज, पापड़, चकली, आचार, सॉस, जैम इत्यादि।
गुच्छी मशरूम
भारत में कश्मीर के ऊंची पहाड़ियों में गुच्छी मशरूम नामक एक अत्यंत दुर्लभ मशरूम पाया जाता है।
जिसकी कीमत लगभग 30,000 रुपए प्रति किलो की होती है इस मशरूम को खोजना ही सबसे कठिनाइयों भरा काम है। यह मशरूम पर्वतों की ऊंची ऊंची चोटियों पर पाया जाता है।
गुच्छी मशरूम देखने में बटन मशरूम की तरह सफेद नहीं बल्कि काले रंग का होता है। यह दिखने में मधुमक्खी के छत्ते की तरह प्रतीत होता है।
पर्वत के ऊपर से तोड़कर लाने के बाद इसे एक हफ्ता धूप में सुखाया जाता है सूखने के बाद यह बहुत ही छोटे-छोटे आकार के हो जाते हैं उसके बाद इसे बाजारों में बेचा जाता है।
अच्छी गुणवत्ता वाले गुच्छी मशरूम की कीमत वहां के लोकल नागरिकों के अनुसार ₹30000 तक मिलती है।
जबकि कम गुणवत्ता वाले मशरूम की कीमत लगभग 13000 से 15000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल जाती है।
गुच्छी मशरूम की डिमांड बाजार में काफी अधिक होती है बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स एवं होटलों में इसकी मांग अधिक रहती है रेस्टोरेंट एवं होटल के मालिक इसे मुंह मांगी कीमत पर खरीद लेते हैं।
मशरूम का मंडी मूल्य
राज्य | जिला मंडी | अधिकतम भाव |
ओडिशा | केसिंगा | 22,000 |
हिमाचल प्रदेश | कुल्लू | 15,000 |
हिमाचल प्रदेश | कुल्लू | 15,000 |
जम्मू और कश्मीर | कठुआ | 14,000 |
हिमाचल प्रदेश | पांवटा साहिब | 14,000 |
हिमाचल प्रदेश | सोलन | 12,000 |
जम्मू और कश्मीर | नरवाल जम्मू (एफ एंड वी) | 11,000 |
पंजाब | बस्सी पटना | 11,000 |
हिमाचल प्रदेश | बिलासपुर | 11,000 |
पंजाब | फरीदकोट | 10,000 |
हिमाचल प्रदेश | ऊना | 10,000 |
पंजाब | जालंधर सिटी (जालंधर) | 9,100 |
पंजाब | मनसा | 9,000 |
हिमाचल प्रदेश | कांगड़ा (जसौर) | 9,000 |
हरियाणा | थानेसर | 8,500 |
पंजाब | जालंधर सिटी (जालंधर) | 8,100 |
पंजाब | बरनाला | 8,000 |
हिमाचल प्रदेश | नहान | 8,000 |
हरियाणा | सधौरा | 7,000 |
हिमाचल प्रदेश | चंबा | 6,000 |
हरियाणा | शहजादपुर | 5,000 |
उत्तराखण्ड | देहरादून | 4,500 |
हिमाचल प्रदेश | कांगड़ा (जयसिंहपुर) | 3,800 |
हिमाचल प्रदेश | पालमपुर | 3,650 |
हिमाचल प्रदेश | पालमपुर | 3,500 |
पंजाब | पटरान | 3,300 |
पंजाब | बाघापुराण | 3,000 |
पंजाब | मोरिंडा | 3,000 |
पंजाब | नवां शहर (सब्जी मंडी) | 1,700 |
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी किसान भाइयों को भारत के प्रमुख मंडियों में अभी मशरूम का मूल्य क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी प्रदान की है। इसके साथ ही साथ भारत में कश्मीर की घाटियों में पाए जाने वाले एक दुर्लभ प्रजाति के मशरूम के बारे में जानकारी प्रदान की है।
भारत में मशरूम का इतिहास काफी पुराना है। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।