सोयाबीन का आज का भाव 2023 – आज मंडी में सोयाबीन का क्या भाव है (Today Soybean ka Rate)

भारत एक कृषि प्रधान देश है यहाँ फसल की उत्पादन क्षमता काफी अच्छी है उच्च तकनीक एवं सही जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण भारत में खरीफ एवं रबी दोनों फसल तैयार होती है सोयाबीन खरीफ फसल के अंतर्गत आता है।

इसके साथ ही साथ उड़द, ज्वार, बाजरा, अरहर और बहुत सारी फसलें का उत्पादन भारी मात्रा में किया जाता है।

सोयाबीन में पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद उसके बचे हुए भूसे से बहुत सारे उत्पाद तैयार किए जाते हैं सोयाबीन को सुपरफूड की भी उपाधि दी गई है।

इस वर्ष मंडियों में सोयाबीन की फसल आ रही है जिस की गुणवत्ता काफी अच्छी है पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सोयाबीन की फसल काफी अच्छी हुई है।

जिससे किसानों को यह आशा है कि इस बार उनके फसल के अच्छे मूल्य उन्हें प्राप्त होंगे अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी सोयाबीन के तेल का भाव बढ़ गया है।

आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी किसान भाइयों को बताएंगे की देश के टॉप मंडियों में अभी सोयाबीन का भाव क्या चल रहा है?

इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या लागू किया गया है? सोयाबीन का उत्पादन किस किस राज्य में होता है।

सोयाबीन में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं तो बने रहे हमारे आर्टिकल में अंत तक और जानिए सोयाबीन का मंडी भाव

मंडी में मूल्य

सभी मंडियों में अभी सोयाबीन के मूल्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है अभी सोयाबीन का मंडी भाव 6800 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से उपलब्ध है।

किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की मांग होने के कारण दाम बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं।

किसान भाइयों को लगता है इस बार मंडी रेट काफी ऊपर जाएगा, सरकार द्वारा भी न्यूनतम समर्थन मूल्य सोयाबीन के लिए जारी किया जा चुका है।

व्यापारियों और मंडी के जानकारों के अनुसार इस साल सोयाबीन का भाव लगभग 9000 रुपए प्रति क्विंटल तक जा सकता है।

अभी कुछ मंडियों में सोयाबीन का न्यूनतम मूल्य लगभग 6000 रुपए प्रति क्विंटल से शुरू है और वही अधिकतम मूल्य 8000 से 9000 रुपए प्रति क्विंटल तक है।

आपको सभी मंडियों में सोयाबीन के मूल्य में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, कहीं मंडियों में आपको 200 रुपए तो तो कही 100रुपए का अंतर दिख जाएगा।

सोयाबीन तेल के भाव में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं सोयाबीन का तेल अभी कुछ महीने पहले मार्केट में 135 से 155 रुपए लीटर के हिसाब से उपलब्ध था।

वहीं अब बाजार में आपको सोयाबीन के तेल के सभी ब्रांड के मूल्य 170 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से उपलब्ध है।

तेल के मूल्य बढ़ने के अनुसार किसानों को लग रहा है कि इस बार मंडी में उन्हें सोयाबीन के अच्छे भाव मिलेंगे।

न्यूनतम समर्थन मूल्य

सरकार द्वारा सोयाबीन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी किया गया है ताकि किसान भाइयों को अपनी फसल बेचने में परेशानी ना हो।

अच्छी गुणवत्ता वाली फसल को व्यापारी अच्छे नाम लेकर के खरीद लेते हैं जबकि निम्न गुणवत्ता वाली फसल को बेचने में किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।

इन्हीं सब कारणों की वजह से सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया जाता है और इस वर्ष सोयाबीन के फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3950 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से निर्धारित किया गया है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार अगर किसानों को अपनी फसल के मूल्य 3950 रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा मिले तो वह अपना माल आसानी से बेच सकते हैं।

परंतु किसी भी किसान को 3950 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे जा कर के अपना माल नहीं बेचना है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य को सरकारी दाम भी कहा जा सकता है सरकार की इस नीति का लाभ किसानों को मिलता है।

कुछ मंडियों में सोयाबीन का भाव 

कृषि उपज मंडियान्यूनतम भावअधिकतमभाव
उज्जैन मंडी41957690
रतलाम मंडी51807730
हरदा मंडी45157790
विदिशा मंडी43957700
अमरावती मंडी48957050
महाराष्ट्र- जालना मंडी40807300
बारा मंडी50957630
करंजा मंडी-महाराष्ट्र36657090
जावरा मंडी34507650
इंदौर मंडी50157700
बासवारा मंडी51407580
मंदसौर मंडी40857720
गुजरात राजकोट मंडी44207380
उत्तर प्रदेश ललितपुर मंडी45805900
कोटा मंडी48557600
मांलगढ़-राजस्थान मंडी50157630
बिहार बेगूसराय मंडी40004290
टोंक मंडी60257640
प्रतापगढ़ मंडी73457660
किशनगंज मंडी51706940

सोयाबीन में पोषक तत्व

शाकाहारी भोजन करने वाले लोगों के लिए सोयाबीन एक पसंदीदा व्यंजन है सोयाबीन के बीज से तेल निकालने के बाद जो उसका भूसा बचता है उससे बहुत सारे उत्पाद तैयार किए जाते हैं।

जैसे सोयाबीन मिल्क, सोयाबीन के कुकीज, हेल्थ ड्रिंक, टोफू, सोयाबीन बड़ी, बिस्किट इसके अलावा बहुत सारे पैकेट फूड्स एवं हेल्थ ड्रिंक तैयार किए जाते हैं। 

सोयाबीन में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं यह तो हम सब जानते हैं अब बहुत से लोग गाय के दूध के अलावा सोयाबीन के मिल्क का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

सोयाबीन के दूध में भी उतनी ही मात्रा में प्रोटीन होता है जितना गाय के दूध में पाया जाता है। इन सबके अलावा बड़े-बड़े रेस्टोरेंट एवं होटल ढाबा रेडी इन सभी जगहों पर सोयाबीन से बहुत प्रकार के व्यंजन बनाए जा रहे हैं।

लगभग 100 केजी सोयाबीन के बीज को मशीन में पिरोने के बाद 35 किलो सोयाबीन का तेल प्राप्त होता है।

सोयाबीन का तेल का इस्तेमाल भारतीय बाजारों में तो है ही इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी इसकी काफी मांग है।

हमारे घरों से लेकर के रेस्टोरेंट्स, ढाबा, फूड स्टॉल और बहुत से जगह पर सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जाता है।

निष्कर्ष

हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी किसान भाइयों को सोयाबीन का मंडी रेट अभी क्या चल रहा है। इसकी जानकारी प्रदान की है इसके साथ ही साथ सरकार द्वारा कितना न्यूनतम समर्थन मूल्य सोयाबीन की फसल के लिए लागू किया है इसके बारे में भी चर्चा की है।

सोयाबीन में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है हमारे शरीर एवं स्वास्थ्य दोनों के लिए काफी लाभदायक होता है। सोयाबीन तेल की डिमांड भारतीय बाजारों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी है अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जुड़ जाने के कारण सोयाबीन तेल का भाव बढ़ रहा है।

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

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