अरहर का भाव आज का 2023 | Arhar Ka Bhav Today UP Mandi | यूपी मंडी में अरहर का भाव क्या चल रहा है

Arhar Ka Bhav Today UP Mandi: भारत में कई प्रकार की दाल का उत्पादन किया जाता है जैसे मूंग, मसूर, चना, उड़द, अरहर,लेकिन भारत में जितने दाल का उत्पादन किया जाता है उतना ही दाल खपत भी हो जाता है।

भारत में दाल से अनेकों प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं।

यह तो हम सब जानते हैं कि दाल में पोषक तत्व पाए जाते हैं और दाल का सेवन मानव शरीर को लाभ पहुंचाता है। छोटे बच्चों के लिए भी अरहर दाल फायदेमंद है।

आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि अभी भारत के कुछ मंडियों में अरहर दाल का भाव क्या चल रहा है इसके साथ ही साथ जाने अरहर दाल का उत्पादन भारत में कहां कहां पर होता है।

पूरे विश्व में भारत दाल के उत्पादन में कितने नंबर पर आता है? और अरहर दाल के सेवन से मानव शरीर को क्या-क्या लाभ प्रदान किए जाते हैं तो चलिए जानते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में भारत में दाल का उत्पादन में वृद्धि हुई है और अब भारत दाल के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है।

मंडी में किसी भी प्रकार की दाल क्यों ना हो, अरहर दाल का मूल्य सब दालों के अपेक्षा अधिक ही पाया जाता है।

जिससे अरहर उत्पादन करने वाले किसानों को अपना माल बेचने में परेशानी नहीं होती है।

अरहर दाल का मूल्य उसकी गुणवत्ता पर भी निर्भर करता है इस वर्ष अरहर दाल की फसल अच्छी हुई है और मंडियों में अरहर दाल की फसल पहुंच रही है।

भारत में दाल की ऐसी विकसित प्रजातियां हैं जिसमें प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 1 टन अरहर दाल का उत्पादन होता है।

गुजरात की मंडियों में

अभी गुजरात के अमरेली मंडी में अरहर दाल का न्यूनतम भाव 5800 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से उपलब्ध है।

अगर बात करें अधिकतम मूल्य की तो वह 6575 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मंडी में उपलब्ध है।

जबकि गुजरात के ही राजकोट मंडी में अरहर दाल का अधिकतम मूल्य 7175 रुपए प्रति क्विंटल है।

गुजरात के जूनागढ़ मंडी में अरहर दाल का न्यूनतम भाव 6410 रुपए प्रति क्विंटल पर है एवं अधिकतम मूल्य 7255 रुपए प्रति क्विंटल है।

इसी तरह आपको एक राज्य के अलग-अलग मंडी में अरहर दाल के भाव में फर्क दिख जाएगा।

उत्तर प्रदेश की मंडियों में अरहर दाल का भाव क्या चल रहा है इसके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।

भारत में उत्पादन

भारत में जिस प्रकार की जलवायु एवं भौगोलिक परिस्थितियां हैं वह दाल की खेती करने के लिए उपयुक्त है।

अरहर दाल की खेती मुख्यता आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटका, मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र इन सब जगहों पर भारी मात्रा में किया जाता है।

इसके अलावा छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, उड़ीसा एवं बिहार में अरहर दाल का उत्पादन होता है।

भारत में दाल का सबसे ज्यादा उत्पादन करने के मामले में यह चार  राज्य अव्वल है।

पहला महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश इन जगहों में भारत में उत्पादन होने वाले दाल का 80% उत्पादन किया जाता है।

अरहर दाल में पोषक तत्व

अरहर दाल का सेवन हमारे शरीर के लिए लाभदायक होता है अरहर दाल को रोटी या चावल दोनों के साथ खाया जाता है।

हम सब जानते हैं कि अरहर दाल में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

अरहर दाल में विटामिन सी, विटामिन ए, शुगर, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, सेलेनियम, कॉपर सब पाए जाते हैं।

अरहर दाल का नियमित रूप से सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत लाभदायक होता है।

अरहर दाल में फोलिक एसिड पाया जाता है जो गर्भावस्था के समय बच्चे के दिमागी विकास के लिए बहुत लाभदायक होता है।

अरहर दाल सुपाच्य होता है। अरहर दाल में कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता है।

मंडियों में अरहर का भाव

मंडी के नामअधिकतम भाव
महोबा मंडी भाव6080 प्रति क्विंटल
कानपुर मंडी भाव6400 प्रति क्विंटल
औरैया मंडी भाव6600 प्रति क्विंटल
मथुरा मंडी भाव6620 प्रति क्विंटल
मैनपुरी मंडी भाव6625 प्रति क्विंटल
इटावा मंडी भाव6650 प्रति क्विंटल
अलीगढ़ मंडी भाव6680 प्रति क्विंटल
आगरा मंडी भाव6700 प्रति क्विंटल
फिरोजाबाद मंडी भाव6700 प्रति क्विंटल
गाजियाबाद मंडी भाव6700 प्रति क्विंटल
मिर्जापुर मंडी भाव6700 प्रति क्विंटल
सुल्तानपुर मंडी भाव6700 प्रति क्विंटल
बहराइच मंडी भाव6750 प्रति क्विंटल
मेरठ मंडी भाव6750 प्रति क्विंटल
एटा मंडी भाव6800 प्रति क्विंटल

अरहर दाल के उन्नत बीज

कुछ वर्षों से भारत में अरहर दाल के नई विकसित प्रजातियों की खेती की जा रही है। जिसे अरहर दाल का उत्पादन बहुत भारी मात्रा में हो रहा है।

अरहर की कुछ प्रजातियां 200 से 250 दिन में तैयार हो जाती हैं। फसल तैयार होने के बाद उनकी कटाई कर ली जाती है। 

भारत में इन प्रजातियों की खेती होती है पूसा:9,TJT, पूसा 16, बहार,IPCL,ICPL 88039,JKM 189,501,ICPL 87,IPCL 151

इनमें से कुछ प्रजातियों में 20 से 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से उत्पादन होता है और पूसा:9 की प्रजाति से 1 टन प्रति हेक्टेयर का उत्पादन होता है।

इसके अलावा कुछ प्रजातियों से 25 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन होता है।

अरहर दाल की इन किस्मों के आ जाने के बाद से भारत में  दलहन का उत्पादन भारी मात्रा में होना।

निष्कर्ष

हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी किसान भाइयों को भारत की कुछ मंडियों में अभी अरहर दाल का मूल्य क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी दी है ताकि किसान भाई अपनी फसल को सही मंडी में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकें।

इसके साथ ही साथ हमने भारत में इस्तेमाल की जाने वाली अरहर दाल के उन्नत किस्म के बीजों के बारे में जानकारी प्रदान की है।

अरहर दाल नियमित रूप से भोजन में शामिल करने से क्या-क्या लाभ मिल सकता है इसके बारे में भी बताया है।हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा।

आप हमारे दूसरे आर्टिकल से भी मंडी में अभी फसल का क्या रेट चल रहा है इसकी जानकारी ले सकते हैं। हमारे आर्टिकल में अब तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

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