Makka Ka Bhav: इस वर्ष मक्का की फसल पर सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य लगा दिया गया है जिससे किसानों को मक्के के अच्छे भाव मिल जाएंगे और के साथ ही साथ व्यापारियों को भी लाभ होगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू हो जाने के बाद किसान को सरकार द्वारा जो मूल्य लगाया गया है उस तक में फसल मंडी में बेच सकते हैं।
अगर किसी किसान को अपनी फसल का अच्छा मूल्य मिलेगा तो वह अपना माल बेच के ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन सरकार द्वारा इस बात का ध्यान रखा जाता है कि किसानों को घाटा ना लगे, इसीलिए फसलों पर सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य लगाया जाता है।
इस बार मंडी में मक्के की फसल के भाव काफी अच्छे चल रहे हैं जिससे किसान एवं व्यापारी दोनों का तालमेल अच्छा बन रहा है।
मंडी में फसल के दाम में थोड़ा ऊपर नीचे होता है। इसके अलावा फसल की गुणवत्ता के अनुरूप ही भाव लागू किए जाते हैं।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से किसान भाइयों को भारत के कुछ मंडियों में अभी मक्के का क्या भाव चल रहा है, इसके बारे में जानकारी देंगे।
ताकि वो अपना फसल सही दाम पर बेच सके और इसके साथ ही साथ जानेंगे मक्के से जुड़ी कुछ रोचक बातें तो चलिए जानते हैं।
मक्का का सरकारी भाव
सरकार द्वारा जो न्यूनतम समर्थन मूल्य मक्का को लेकर के जारी किया गया है वह है 1870 रुपए प्रति क्विंटल जिसमें किसान भाई अपना मक्का का फसल बेच सकते हैं लेकिन अगर उन्हें इससे भी अच्छा भाव बाजार में मिल रहा है तो वह उस मूल्य पर भी अपना मक्का बेच सकते हैं।
मक्का का भाव हर एक मंडी में अलग होता है और भाव बहुत सारी बातों पर निर्भर भी करता है जैसे कि मक्के की गुणवत्ता किस प्रकार की है किस बीज का इस्तेमाल किया गया है इत्यादि ।
अभी अधिकतर मंडियों में मक्के का भाव 1890 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही चल रहा है जबकि मेरठ की मंडी में मक्का का भाव 1990 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है और वाराणसी पीलिया मक्का 2040 रुपए प्रति क्विंटल पर उपलब्ध है।
मक्का के भाव में अभी फिलहाल ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं की जा रही है लेकिन अभी कुछ मंडियों में मक्के का भाव 2030 से 2470 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भी उपलब्ध है।
भारत में खरीफ और रबी दो तरह से फसलों का उत्पादन किया जाता है। मक्का खरीफ फसल के अंतर्गत आता है जिसमें ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उड़द, कपास, सोयाबीन, मूंगफली, धान एवं मक्का लगाई जाती है।
अभी खरीफ की फसलें मंडी में आना चालू हो चुकी है फसल की आवक अच्छी होने के कारण मक्का का मूल्य अभी किसानों को अच्छा प्राप्त हो रहा है।
मक्का से बने खाद्य पदार्थ
मक्का में भारी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं लगभग 100 ग्राम उबले हुए मक्के में 2.4ग्राम फाइबर, 4.5 ग्राम शुगर, 3.4 ग्राम प्रोटीन, विटामिन इ, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट यह सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं मक्का में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा लगभग ना के बराबर होती है।
मक्का से बहुत सारे खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं सबसे पहले तो पॉपकॉर्न जिसे लोग बहुत ही मजे के साथ खाते हैं इसके अलावा मट्ठे, पापड़ी, कुरकुरे, पापड़, मक्का का आटा, चिप्स, छोटे बच्चे के लिए बनाए जाने वाले पोषक आहार में भी मक्के का इस्तेमाल किया जाता है। पैकेट फूड कंपनी भी मक्का का इस्तेमाल बहुत सारे पैकेजिंग फूड बनाने के लिए करते हैं।
मक्का सेहत के लिए
अगर आप रोज अपने डाइट में मक्का को किसी भी रूप में शामिल करते हैं तो यह आपकी बॉडी के लिए तो फायदेमंद है ही आपके स्किन के लिए यह anti-aging का काम करता है जिसके आपकी स्किन बेदाग और निखरी दिखती है।
इसके अलावा आपकी आंखों के लिए यह बहुत ही लाभकारी है ब्लड शुगर पेशेंट के लिए यह एनीमिया को दूर करता है।
आँख के लिए और हड्डियों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद है और सबसे बड़ी बात आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है तो आप मक्का को बिना किसी दुविधा के अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं।
मंडियों में मक्का का आज का भाव
मंडी का नाम | मक्के का अधिकतम भाव |
ललितपुर मंडी | 1800 रूपए प्रति क्विंटल |
मैनपुरी मंडी | 1880 रूपए प्रति क्विंटल |
अलीगढ़ मंडी | 1890 रूपए प्रति क्विंटल |
आगरा मंडी | 1890 रूपए प्रति क्विंटल |
एटा मक्का भाव | 1890 रूपए प्रति क्विंटल |
हरदोई मंडी | 1910 रूपए प्रति क्विंटल |
गाजियाबाद मंडी | 1980 रूपए प्रति क्विंटल |
मेरठ मंडी | 1990 रूपए प्रति क्विंटल |
सहारनपुर मंडी | 1990 रूपए प्रति क्विंटल |
मथुरा मंडी में मक्के का भाव | 1990 रूपए प्रति क्विंटल |
जौनपुर मंडी | 2020 रूपए प्रति क्विंटल |
वाराणसी पीला मक्का | 2040 रूपए प्रति क्विंटल |
भारत में मक्का उत्पादन
भारत में मक्का की खेती भारत के कई राज्य में की जाती है जिनमें से कुछ है राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटका, तेलंगाना, तमिल नाडु, महाराष्ट्र।
कर्नाटक में सबसे ज्यादा मक्के का उत्पादन होता है। मक्का की खेती के लिए नम जलवायु की आवश्यकता होती है। एक बीघा जमीन में लगभग 10 से 12 क्विंटल तक मक्का का उत्पादन हो जाता है।
निष्कर्ष
हमने आज अपने आर्टिकल के माध्यम से किसान भाइयों को अभी मक्का का रेट मंडी में क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी दी है हर मंडी का रेट अलग-अलग होता है।
इसीलिए किसान भाइयों को अपनी फसल को मंडी में बेचने से पहले रेट जान लेना जरूरी होता है ताकि किसान भाइयो को उचित लाभ मिले।
इसके अलावा हमने मक्के से जुड़े और भी बहुत सारे रोचक बातें बताइए। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज कोई आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।