सेब का आज का भाव 2023: Today Seb Ka Rate, सेब का मंडी में क्या भाव

‘एन एप्पल ए डे कीप्स डॉक्टर अवे ‘ यह बात हम सबों ने अपने जीवन में कभी न कभी सुनी होगी। सेब में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक है। भारत में सेब का उत्पादन जम्मू और कश्मीर में सबसे अधिक होता है। इसके बाद हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड अरुणाचल प्रदेश इत्यादि जगहों पर भी सेब का उत्पादन होता है हमारे देश से सेब विदेशों में भी निर्यात किया जाता है।

सेब का मूल्य हर मंडी में अलग-अलग होता है। इसके अलावा सेव की गुणवत्ता के आधार पर भी उनके मूल्य निर्धारित किए जाते हैं अच्छे क्वालिटी के सेब की कीमत अधिक होती है।

सेब भारत के सभी राज्यों में नहीं पाए जाते हैं इसी कारण से जहां सेब का उत्पादन होता है उन राज्यों से सेब को सभी मंडियों में भेजा जाता है इसी कारण से आपको हर जगह सेब का मूल्य अलग मिलेगा। 

आज आपने आर्टिकल में बात करेंगे सेब के भाव के बारे में, भारत के मंडियों में अभी सेब का क्या भाव चल रहा है इसके बारे में भी जानेंगे तो चलिए जानते हैं।

सेब से सेहत

अगर आप सेब को अपनी डाइट में शामिल करेंगे आपको इसका लाभ कुछ ही दिनों में दिखने लगेगा। सेब को बिना छिले खाने से ज्यादा फायदा होता है सुबह इसे नाश्ते में खाना चाहिए जैसा कि हम सबको पता है सेब में भारी मात्रा में फाइबर विटामिन सी और विटामिन ए होता है।

इसके साथ ही साथ सेब में कैलोरी की मात्रा की लगभग ना के बराबर होती है इसमें किसी भी प्रकार का फैट या कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। 

सेब का इस्तेमाल नियमित रूप से करने से उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लड प्रेशर एवं हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।

इसके साथ ही साथ डायबिटीज भी कंट्रोल में रहता है और अगर आप इसका नियमित रूप से सेवन कर रहे हैं तो आपका बढ़ते हुए वजन को कम करने में सहायक होता है।

सेब अस्थमा की समस्या को कम करने में सहायक होता है एवं आपकी याददाश्त करने की शक्ति अच्छी हो जाती है।

सेब का उत्पादन

पूरे विश्व में सेब का उत्पादन सबसे ज्यादा चीन में होता है सेब उत्पादन के मामले में भारत पूरे विश्व में पांचवें स्थान पर आता है।

भारत में सबसे पहले से जम्मू कश्मीर में सेब का उत्पादन बहुत भारी मात्रा में होता है इसके बाद हिमाचल के किन्नौर का सेब बहुत ही उम्दा किस्म का होता है।

इसका भाव भी मंडियों में ऊंचा रहता है क्योंकि इस सेब की मांग बाजार में बहुत अधिक होती है। 

इसके बाद आता है उत्तराखंड वहां भी सेब का उत्पादन होता है इसके अलावा सिक्किम, नागालैंड और पंजाब में भी सेब की खेती होती है और अब सेब की कुछ नई किस्में बाजार में आ जाने के बाद बिहार और महाराष्ट्र में भी सेव की खेती होना शुरू हो गई है।

सेब स्वास्थ्य के लिए इतना लाभदायक है कि बाजार में इसकी मांग हमेशा बरकरार रहती हैं।भारत में कुल उत्पादन का 70% सेब जम्मू कश्मीर में होता है।

अब उन्नत किस्मों के आ जाने से सेब के पेड़ 3 से 4 साल में ही फल देने लगते हैं जबकि पहले ऐसा नहीं था सेब के एक पेड़ को बड़ा होकर फल देने में लगभग 10 से 12 साल लग जाते थे। सेब की 7500 प्रजातियां पाई जाती हैं जिनका उत्पादन पूरे विश्व में होता है।

सेब के पेड़ को बड़ा होने के लिए गीली एवं ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही साथ ही से भरपूर धूप की आवश्यकता भी होती है तभी जाकर के सेब के रंग निखर कर आते हैं।

यूपी के सेब मंडी में का भाव –

जिलामंडीमंडी भाव
सिद्धार्थ नगरसाहियापुर4500 रूपए प्रति हेक्टेयर
बिजनौरकिरतपुर4800 रूपए प्रति हेक्टेयर
बुलंदशहरबुलंद शहर5600 रूपए प्रति हेक्टेयर
बाँदाबाँदा5675 रूपए प्रति हेक्टेयर
सीतापुरमेहमूदाबाद5960 रूपए प्रति हेक्टेयर
मऊ (मौनाथभंजन)कोपागंज6000 रूपए प्रति हेक्टेयर
गोंडागोंडा6180 रूपए प्रति हेक्टेयर
सहारनपुरननुता6200 रूपए प्रति हेक्टेयर
खीरी (लखीमपुर)मोहम्मदी6220 रूपए प्रति हेक्टेयर
उन्नावबांगरमऊ6270 रूपए प्रति हेक्टेयर
अलीगढ़छर्रा6300 रूपए प्रति हेक्टेयर
बाराबंकीबाराबंकी6450 रूपए प्रति हेक्टेयर
अम्बेडकरनगरअकबरपुर6480 रूपए प्रति हेक्टेयर
शाहजहांपुरपुवाहा6500 रूपए प्रति हेक्टेयर
गाजीपुरजंगीपुरा6500 रूपए प्रति हेक्टेयर
प्रतापगढ़प्रतापगढ़6500 रूपए प्रति हेक्टेयर
बाराबंकीसफदरगंज6550 रूपए प्रति हेक्टेयर
पीलीभीतपीलीभीत6600 रूपए प्रति हेक्टेयर
इटावाइटावाह6650 रूपए प्रति हेक्टेयर
मुरादाबादसंभल7000 रूपए प्रति हेक्टेयर

निष्कर्ष

हमने आज अपनी आर्टिकल के माध्यम से किसान भाइयों को सेब का रेट अभी मंडियों में क्या चल रहा है इसके बारे में जानकारी प्रदान की है।

उसके साथ हि सेब से उसे जुडी कुछ और भी रोचक बातें बताई है। किसान भाई अपने आसपास की मंडियों में जहां उन्हें अपने सेब का अच्छा मूल्य प्राप्त हो वहां अपना माल बेच सकते हैं और अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

हम आशा करते हैं कि आपको  हमारा आज का आर्टिकल पसंद आया होगा। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

Leave a Comment