किसानों को गेहूं के निर्यात से काफी फायदा हो रहा था। मगर गेहूं के निर्यात से गेहूं की सरकारी खरीद कम हो गई है जिस वजह से गेहूं का भाव धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। इस साल गेहूं मंडी में ₹4000 प्रति क्विंटल पर खुला था, मगर धीरे-धीरे उसकी कीमत अब नियंत्रण में आ चुकी है।
हालांकि सभी किसानों ने गेहूं की फसल बेच दी है और अब गेहूं की नई फसल बोई गई है।
आपको यह भी बता दें कि भारत के अलग-अलग मंडियों में गेहूं की अलग-अलग कीमत निर्धारित की गई है। अगर आप गेहूं की खरीद बिक्री से जुड़े हैं, और आज का गेहूं का भाव पता करना चाहते हैं तो हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहे।
गेहूं का रेट – गेहूं का आज का भाव
अब गेहूं के निर्यात नीति में परिवर्तन किया गया है और गेहूं की कीमत काफी नरम दिखाई दे रही है। जहां सीजन के शुरुआती दिनों में गेहूं की कीमत ₹4000 प्रति क्विंटल चली गई थी आज उसी गेहूं की कीमत ₹2000 प्रति क्विंटल के आसपास आ गई है।
वर्तमान समय में किसानों ने अपने पुराने गेहूं की फसल बेच दी है और गेहूं की नई फसल का इंतजार किया जा रहा है। मंडी में जहां गेहूं के नए फसल की आवक बनी हुई है वहीं हर रोज गेहूं की फसल में ₹200 से ₹300 का उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
अगर आपको भारत के अलग-अलग मंडियों में चल रहे गेहूं की कीमत के बारे में जानना है तो उसे नीचे सूचीबद्ध किया गया है –
- यूपी की मेरठ मंडी में गेहूं का भाव ₹2700 प्रति क्विंटल चला गया था जो अब घटकर ₹1950 प्रति क्विंटल हो गया है।
- इंदौर मंडी में गेहूं का भाव ₹2770 प्रति क्विंटल चल रहा था जो अब घटकर 1900 प्रति क्विंटल हो गया है।
- लालसोट मंडी में गेहूं का भाव ₹2500 प्रति क्विंटल चल रहा था जो अब घटकर ₹1900 प्रति क्विंटल हो गया है।
- गुजरात की राजकोट मंडी में गेहूं का भाव ₹2800 प्रति क्विंटल चल रहा था जो अब घटकर ₹2000 प्रति क्विंटल हो गया है।
खुले बाजार में गेहूं क्या भाव है ?
खुले बाजार में गेहूं का भाव धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है। आपको बता दें कि मंडी में भाव मांग पर निर्भर करता है। जब किसी फसल की सीजन होती है तो लोगों के बीच उसकी मांग अधिक होती है जिस वजह से उस फसल की कीमत आसमान चढ़ने लगती है मगर जैसे-जैसे फसल मंडी में चारों तरफ फैल जाती है वैसे वैसे इसकी कीमत कम होने लगती है। भारत में गेहूं, धान, फल, सब्जी, तेल, अंडा मंडी के भाव पर बिकता है।
अगर हम गेहूं मंडी की बात करें तो अब गेहूं का सीजन खत्म हो गया है। किसानों ने नई फसल बोई है और जल्द ही मंडी में गेहूं की फसल दोबारा से बढ़ती हुई दिखाई देगी।
अगर हम वर्तमान समय में गेहूं की बात करें तो गेहूं की फसल अब एमएसपी रेट पर आ गई है। किसान की फसल की कीमत के साथ व्यापारी कोई छेड़छाड़ ना कर सके इसलिए एमएसपी रेट सरकार की तरफ से लगाया जाता है।
2022 की गेहूं फसल के लिए सरकार ने गेहूं को ₹1940 का एमएसपी रेट दिया था। इसलिए वर्तमान समय में आपको साधारण गेहूं खुले बाजार में ₹1940 प्रति क्विंटल पर मिल जाएगा और अच्छी क्वालिटी का गेहूं ₹2500 से ₹2600 प्रति क्विंटल तक मिल जाएगा।
गेहूं की फसल कब महंगी होने वाली है?
वर्तमान समय में किसान ने गेहूं की नई फसल बोई है। गेहूं की पुरानी फसल लगभग सभी किसानों ने बेच दी है। वर्तमान समय में गेहूं की कीमत गिरते हुए एमएसपी रेट तक आ गई है।
गेहूं की फसल गेहूं की कटाई के वक्त बढ़ सकती है। हर साल की तरह वैशाखी के वक्त गेहूं की फसल की कटाई होगी और उस वक्त अगर निर्यात नीति में किसी प्रकार का परिवर्तन होता है तो गेहूं की कीमत फिर से बहुत ही अच्छे दाम पर बिकेगी और किसानों को काफी बढ़िया मुनाफा देखने को मिल सकता है।
इस साल गेहूं की फसल में अच्छी कीमत थी मगर सरकार की गेहूं खरीद में काफी गिरावट देखने को मिली जिसके बाद सरकार ने निर्यात नीति में परिवर्तन किया और गेहूं की कीमत में गिरावट शुरू हो गई।
गेहूं के निर्यात पर किसानों को काफी फायदा होता है, इसलिए वर्तमान समय में किसानों को थोड़ा इंतजार करना होगा ताकि आने वाले समय में उन्हें अच्छा मुनाफा हो सकें।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको गेहूं के भाव के बारे में समझाने का प्रयास किया है। हमने सरल शब्दों में यह बताने का प्रयास किया है कि गेहूं की कीमत क्या चल रही है और गेहूं की कीमत कब बढ़ने वाली है।
अगर हमारे द्वारा साझा की गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप गेहूं के भाव के बारे में समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूलें।